हवाई सेवा संघर्ष आंदोलनः वक्ताओं ने कहा..सभी सरकार ने दिया धोखा.. रायपुर को ही माना छत्तीसगढ़

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-हवाई सुविधा जन संघर्श समिति का अखंड धरना आंदोलन 71 वें दिन भी जारी रह। छत्तीसगढ राज्य ग्रामीण बैंक स्टाफ (सेवानिवृत्त) कल्याण समिति और कर्मवीर सामाजिक संस्था के पदाधिकारियों ने धरना स्थल पहुंचकर समर्थन किया। 
 
                छत्तीसगढ राज्य ग्रामीण बैंक स्टाफ कल्याण समिति (सेवानिवृत्त) ने हवाई सुविधा की मांग का समर्थन किया। समिति के विजय कुमार वर्मा और वी.एच.मिश्रा ने सभा को संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि बिलासपुर एयरपोर्ट की मांग क्षेत्र के समग्र विकास के लिए बहुत जरूरी है। शर्म की बात है कि हजारों करोड राजस्व देने वाले बिलासपुर अंचल को आंदोलन के लिय बाध्य होना पड रहा है।
 
              कर्मवीर समाजिक संस्था के आषीश जायसवाल और डी.के.तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ राज्य बनने के बाद उम्मीद थी कि बिलासपुर का तेजी से विकास होगा। लेकिन कमोबेश सभी सरकारों ने विकास की रथ को रायपुर तक ही केन्द्रित रखा।  सुरोजीत गुहा और अशोक सोनी ने जनसंघर्श समिति के सदस्यों से आंदोलन तेज करने की अपील की। उन्होने कहा कि चकरभाठा एयरपोर्ट न केवल बिलासपुर जिला बल्कि मुंगेली-जांजगीर-चांपा-बलौदा बाजार और बेमेतरा जिले के केन्द्र में स्थित है। यहां से हवाई सुविधा होने पर यह शीघ्र  रायपुर एयरपोर्ट का मुकाबला करेगा। जिसका लाभ पूरे क्षेत्र को होगा। व्यापार व्यवसाय को गति मिलेगी।
 
                सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश मिश्रा, ए.डी.जेम्स और  एस.के मार्डीकर ने कहा कि आज मध्यम वर्गीय लोग भी हवाई सुविधा की आवश्यकता महसूस करते हैं। विभिन्न जगहों पर आने-जाने के लिए और पर्यटन के लिए बिलासपुर एयरपोर्ट अनिवार्य है। ऐसा होने पर अमरकंटक और अचानकमार में पर्यटन को बढावा मिलेगा।
 
             सभा को संजय पिल्ले ने भी संबोधित किया। उन्होने कहा कि बिलासपुर क्षेत्र व्यवसाय के मामले में लगातार पिछडता जा रहा है। कोई भी बडी कंपनी बिलासपुर में केवल इसलिए निवेश करने से बचती है कि यहां हवाई सेवा की सुविधा नही है। कर्मवीर सामाजिक संस्था से एस.के.मुण्डा ने कहा कि बिलासपुर रेल्वे जोन की तर्ज पर ही बिलासपुर का यह आंदोलन हर हालत में सफल होगा। वर्तमान में यहां के लोगों के जो बच्चे दिल्ली, पुणे बैंगलोर, बाम्बे आदि शहरों में पढ रहे है, जहां से आने-जाने में ही दो दिन खर्च हो जाता है। एयरपोर्ट होने पर वे अपने परिवार के साथ मिल सकेगे।
 
            सभा का संचालन सुषांत शुक्ला ने किया। आभार प्रदर्षन केैलाशनाथ मिश्रा ने किया। आंदोलन में छत्तीसगढ राज्य ग्रामीण बैंक स्टाफ (सेवानिवृत्त) कल्याण समिति की ओर से अखिलेष मिश्रा, अषोक सोनी, सुरोजित गुहा, रामनारायण तिवारी, जवाहर लाल पाण्डेय, पुरन दास मानिकपुरी, नन्द कुमार यादव, के.के.षर्मा, दिनेष कुमार तिवारी, विद्यासागर सिंह, शंकर कुमार सोमावार, सुशीलधर दीवान, बी.एन.बोस, के.के.मोईत्रा, अजय षर्मा, अरूण कश्यप , राजेश कुमार शुक्ला , विजय कुमार, एस.के.अवस्थी, एन.के.मेहता, ए.के. बापजादा, ओ.पी.केशरवानी, एल.पी.सराफ, आर.पी.साहू, मीना मंडरिया, ए.के. कश्यप, आशीष जायसवाल, प्रवीण वर्मा, टी.एल.देवांगन, एम.डी.मानिकपुरी, ए.डी.जेम्स, एस.के.सिन्हा, डी.के.चिपडे, मनोज देवांगन, धर्मेन्द्र चन्द्राकर, विजय षुक्ला आदि शामिल हुये।
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