जोगी परिवार पर कांग्रेस अध्यक्ष का सनसनीखेज आरोप..आत्महत्या पर कर रहे राजनीति..कुत्ता चोरी में हुई थी मनवा की पिटाई..जग्गी हत्याकाण्ड में बेकसूरों को फंसाया

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— जोगी परिवार की जब भी आपराधिक मामलों में संलिप्तता रही है। उन्होने हमेशा इसका राजनीतिकरण किया है। संतोष कौशिक ऊर्फ मनवा के मामले में भी ऐसा ही कर रहे हैं। एक दिन पहले उन्होने रायपुर में एक प्रेस वार्ता के दौरान आरोप लगाया है कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी और कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद नायक के दबाव में कांग्रेस पार्टी ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। यह बातें जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कही। इस दौरान जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद नायक और प्रदेश कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव अनिल चौहान भी मौजूद थे। विजय ने कहा अजीत जोगी परिवार की दिलीप सिंह जग्गी हत्याकाण्ड से लेकर जूदेव सीडी काण्ड,मंतूराम सीडी काण्ड, फर्जी जाति और अब मनवा  आत्महत्या को लेकर राजनीति करना शुरू कर दिया है। खुद को पाक साफ बताने हमेशा की तरह इस बार भी उन्होने कांग्रेस पर आरोप थोपना शुरू कर दिया है। जबकि इसमें तनिक भी सच्चाई नहीं है।

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            विजय केशरवानी और प्रमोद नायक ने आज प्रेसवार्ता कर जोगी पर निशाना साधा है। विजय केशरवानी ने बताया कि संतोष कौशिक ऊर्फ मनवा जोगी के सरकारी बंगला मरवाही सदन में चार पांच साल से काम करता था। 15 जनवरी को आत्महत्या करने से पहले उसने अपनी पत्नी को फोन कर बताया कि उस पर चोरी का आरोप लगाया जा रहा है। उसे जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। इसके बाद उसने चार पांच बजे के बीच नायलोन की रस्सी की फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। मनवा के परिजनों ने बताया कि वह कुछ दिनों पहले छुट्टी पर आया था। अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों को बताया कि जोगी परिवार लगातार प्रताड़ित करता है।

                      विजय केशरवानी ने बताया कि आत्महत्या के बाद परिजनों ने शव को लेकर चक्काजाम भी किया। पुलिस से एफआईआर दर्ज करने को कहा। इसके बाद पुलिस ने मनवा के भाई की शिकायत पर अजीत और अमित जोगी के खिलाफ सिविल लाइन थाना में प्रताड़ना और आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध दर्ज किया। केशरवानी ने बताया कि एक दिन पहले अजीत जोगी ने रायपुर में प्रेसवार्ता लेकर आरोप लगाया है कि जिला कांग्रेस बिलासपुर के इशारे पर अध्यक्ष विजय केशरवानी और कार्यकारी अध्यक्ष प्रमोद नायक के दबाव में एफआईआर दर्ज कराया गया है।

मनवा के भाई ने कराया एफआईआर

                पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए विजय केशरवानी ने बताया कि एफआईआर मनवा के भाई ने अपने विवेक से कराया है। इसमें कांग्रेस पार्टी या किसी पदाधिकारी या कार्यकर्ताओं का कोई लेना देना नहीं है। मनवा के भाई ने पुलिस को बताया है कि मनवा को प्रताड़ित किया जाता रहा है। इस बात की जानकारी उसने घर के सदस्यों को कई बाद दी है।

आत्महत्या पर कर रहे राजनीति

              विजय ने कहा कि जोगी परिवार संवेदनहीनता से पुराना नाता है। परिवार का विवादों से हमेशा नाता रहा है। उनका अपराधिक आरोपों से हमेशा संलिप्तता रही है। ऐसे मामलों में जोगी परिवार ने हमेशा राजनीति को हथियार बनाया है। चाहे जग्गी हत्याकाण्ड का मा्मला हो या जू देव सीडी काण्ड का मामला उन्होने राजनीति करना का कोई अवसर नहीं छोड़ा है। मंतूराम सीडी काण्ड से लेकर फर्जी जाति मामले में किसी को कुछ बताने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा भई कई मामले हैं..जिनका संबध जोगी परिवार से रहा है। विजय केशरवानी ने बताया कि अब मनवा आत्महत्या मामले में भी जोगी ने राजनीति करना शुरू कर दिया है। सच्चाई तो यह है कि जोगी परिवार संवेदनहीनता को पार कर दिया है। मनवा आत्महत्या के बाद उन्होने परिवार को सांत्वना देना भी मुनासिब नहीं समझा और उल्टे राजनीति कर कांग्रेस पार्टी को दोषी ठहराना शुरू कर दिया है। जबकि मनवा आत्महत्या मामले में कांग्रेस का कोई कनेक्सन ही नहीं है। खुद मनवा के परिजनों ने अपनी रिपोर्ट में जोगी परिवार को जिम्मेदार बताया है।

मनवा को कुत्ता चोरी के आरोप में भी प्रताड़ना

                 विजय केशरवानी ने बताया कि मनवा को लम्बे समय से प्रताड़ित किया जाता रहा है। इस बात की जानकारी मिली है कि करीब डेढ़ साल पहले कुत्ता चोरी के आरोप में मनवा के खिलाफ जोगी परिवार की तरफ से सिविल लाइन थाना में शिकायत की गयी थी। मनवा को दो तीन दिनों तक पुलिस प्रताड़ना का सामना करना पड़ा था। यद्यपि थाने में एफआईआर दर्ज नहीं किया गया है। बावजूद इसके जानकारी पुख्ता है कि मनवा के साथ जोगी के इशारे पर मारपीट हुई थी। इसका भी जिक्र मनवा ने अपने परिवार में किया था। 

जोगी परिवार की आपराधिक संलिप्तता

                    एक सवाल के जवाब में विजय ने कहा कि जोगी परिवार पर जब भी आपराधिक संलिप्ततता की बात आती है। आदत के अनुसार राजनीति करना शुरू कर देते हैं। कभी सरकार पर आरोप लगाते हैं। तो कभी किसी पर दोष मढ़ देते हैं। इस बार उन्होने यही किया। यह जानते हुए भी उन पर जाति मामले को लेकर कई धाराओं में आपराध दर्ज है। लेकिन दोष लगाने से बाज नहीं आ रहे है। कभी सरकार को निशाना बनाते है तो कभी किसी व्यक्ति विशेष को। इस बार कांग्रेस को निशाना बना रहे है। शर्म की बात है कि मनवा पर राजनीति कर रहे हैं लेकिन उसके अंतिम संस्कार में जोगी या जोगी की तरफ से कोई शामिल नही हुआ है। जबकि कांग्रेस का इस घटना से कोई सम्बन्ध भी नहीं है। 

दोषियों को  मिले सख्त सजा

            विजय केशरवानी ने बताया कि जोगी परिवार राजनीतिक षड़यंत्र करने में माहिर हैं। जोगी बयान दे रहे हैं कि मनवा आत्महत्या मामले में सीबीआई या न्यायिक जांच हो। हम भी चाहते हैं कि पुलिस गहराई से जांच करे। दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए। कांग्रेस पार्टी न्याय चाहती है..मामले में राजनीति करना ठीक नहीं है। जल्द से जल्द जांच हो..क्योंकि जोगी परिवार ने जग्गी हत्याकाण्ड मामले में निर्दोषों को दोषी बनाकर पेश किया है। उनके साथ क्या कुछ हुआ किसी से छिपा नहीं है। फिर कोई दोषी जोगी परिवार के षड़यंत्र का शिकार ना हो।

                      

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