रायपुर।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ पीएससी की परीक्षा में टॉप करने वाली अनीता सोनी को डिप्टी कलेक्टर का पद दिया जाना चाहिए ।उन्हें अपने प्राथमिकता बदलने का अवसर मिलना चाहिए। यदि नियम में बदलाव की जरूरत पड़ी तो नियम में बदलाव भी किया जाना चाहिए।एक बयान में अजीत जोगी ने कहा है कि पूर्ण कालिक नौकरी करते हुए भी अनीता सोनी ने हजारो छात्रो के बीच PSC में छत्तीसगढ़ में टॉप किया है। मैं उसको बहुत बहुत बधाई देता हूँ । साथ ही ये भी कहना चाहूंगा कि अनीता ने लेखा अधिकारी अपनी प्राथमिकता दी है पर अगर वो चाहे तो उसको डिप्टी कलेक्टर का पद दिया जाना चाहिए। सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
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मैं जब UPSC बैठा था तो ऐसा नियम था कि एक सप्ताह मे अपनी प्राथमिकता रिजल्ट निकलने के बाद बदली जा सकती थी। जब मैं 1969 के UPSC में परीक्षा में उत्तीर्ण हुआ तो मैनें भूल से अपनी प्राथमिकता इंडियन फोरेन सर्विस (IFS) दे दी थी और मुझे एक सप्ताह का समय UPSC ने दिया कि अपनी प्राथमिकता बदल लें। मैंने अपनी प्राथमिकता बदली और इंडियन फोरेन सर्विस (IFS) कि जगह इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (IAS) लिया और फिर मुझे (IAS) में लंबी सेवा करने का अवसर मिला।
मैं चाहता हूँ कि अनीता सोनी के साथ अन्याय नही होना चाहिये। उसको भी प्राथमिकता बदलने का अवसर PSC को देना चाहिए और अगर वो चाहे तो डिप्टी कलेक्टर का पद उसको मिलना चाहिऐ। जो टॉप करे उसको भी डिप्टी कलेक्टर का पद न मिले ये बहुत बड़ा अन्याय होगा। मै मुख्यमंत्री से भी अनुरोध करता हूं कि अगर PSC में ऐसा नियम नही है, तो प्राथमिकता बदलने का नियम तत्काल बना दिया जाना चाहिये।