मुंगेली/लोरमी….जैसे जैसे पंचायत चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है। गांव से लेकर शहर तक राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गयी है। प्रत्याशी घर घर पहुंचकर मतदाताओं को रिझाने में कोई कोर कोसर नहीं छोड़ रहे हैं। कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी जनता से सरकार की कामकाज को सामने रखकर वोट मांग रहे है। तो भाजपा समर्थित प्रत्याशी भूपेश सरकार के 14 महीनों के कार्यकाल को अराजक बताकर मतदाताओं को रिझा रहे हैं। वही निर्दलीय प्रत्याशी अपनी छवि या फिर लम्बे चौड़े वादो के साथ जीत का दावा कर रहे हैं।
लोरमी जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 23 राजपुर में फिलहाल कयास लगाना मुश्किल है कि किसका पलड़ा भारी है। यहां कांग्रेस और भाजपा समर्थित प्रत्याशियों पर निर्दलीय महिला प्रत्याशी सरिता टण्न की तरफ तराजू झुकता नजर आ रहा है। बहरहाल अभी वोटिंग की तारीख दूर है। लेकिन सरिता टण्डन के मुकाबले कांग्रेस और भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को जमकर पसीना बहाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों में पढ़ी लिखी महिला सरिता टण्डन को पसन्द किया जा रहा है। आबकारी विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी धनप्रसाद टण्डन के व्यक्तित्व का भी सरिता टण्डन को फायदा मिलता दिखा रहा है। जानकारी हो कि धनप्रसाद टण्डन सरिता टण्डन के श्वसुर है।
क्षेत्र क्रमांक 23 राजपुर जनपद निर्दलीय प्रत्याशी सरिता टण्डन के उद्देश्यों को भी आम जनता जमकर पसन्द कर रही है। उद्देश्यों को लिखते समय धनप्रसाद टण्डन का सहयोग सरिता टण्डन को निश्चित रूप से मिला होगा। यही कारण है कि सरिता टण्डन के उद्देश्यों का जनता जमकर समर्थन कर रही है।
सरिता टण्डन की माने तो यदि जीतकर जनपद पहुंचती है तो पांच साल के अन्दर किए गए सभी वायदों को पूरा करेंगी। ग्रामीणों में भी विश्वास है कि कांग्रेस और भाजपा के वादों से हटकर इस बार सरिता पर विश्वास करने से कोई परहेज नहीं है। जनता का मानना है कि राजपुर क्षेत्र का एक एक गाव शहर के साथ पक्की सड़क से जुड़ जाएगा। पाच साल के अन्दर क्षेत्र क्रमांक 23 के सभी गांवों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो जाएगी। घर पहुंच बृद्धा,विधवा और नियमित पेशन का लाभ मिलेगा। कार्यालयों का चक्कर नहीं काटना होगा। वादे के अनुसार क्षेत्र के सभी गांव के मुक्तिधाम में शेड का निर्माण होगा। समय समय पर सभी गांवों में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन होगा।
जनता को लग रहा है कि लघु और कुटीर उद्योग को बढ़ावा देकर सरिता टण्डन स्थानीय युवा बेरोजगाीरी को दूर करने का प्रयास करेंगी। इसलिए उनका समर्थन करना उचित होगा।
सरिता का ग्रामीणों को आश्वासन दिया जाना कि हर गांव मे महिला स्व-सहायता समूह और स्वरोगार का महौल तैयार किया जाएगा। खासकर महिलाएं इस बात को लेकर काफी खुश हैं। स्थानीय खिलाड़ियों और खासकर युवा पीढियों में सरिता का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है। चूकि सरिता टण्डन के श्वसुर शासकीय सेवक रह चुके हैं। यही कारण है कि सरिता ने उनके अनुभवों को आधार बनाते हुए जनता से वादा किया है कि शासन की कमोबेश सभी जनहितकारी योजनाओं को जरूरत मंदों तक पहुंचाना उनका सपना है।
बहरहाल सरिता टण्डन के वादो का जादू राजपुर क्षेत्र की जनता के सिर चढ़कर बोल रहा है। वहीं कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के लिए सरिता टण्डन यदि मुसीबत साबित हो जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।