मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र सरकार को 4140 करोड़ रूपए की खनिज रॉयल्टी देने लिखा पत्र

Shri Mi
2 Min Read

रायपुर।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में संचालित कोयला खदानों से निकाले गये कोयले की 4140.21 करोड़ रूपये एडिशनल लेवी की राशि यथाशीघ्र उपलब्ध कराने की मांग की है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय कोयला खान एवं संसदीय कार्यमंत्री श्री प्रहलाद जोशी को भेजे गये पत्र में भारतीय संविधान में उल्लेखित प्रावधानों, खनिज अधिनियम और माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा इस संबंध में पारित आदेश अनुसार खनिज पर राज्य सरकार के स्वामित्व होने तथा खनिजों पर राज्य सरकार द्वारा रॉयल्टी, लेव्ही एवं अन्य कर वसूलने के प्रावधान का उल्लेख करते हुए राज्य हित में एडिशनल लेव्ही की राशि लगभग चार हजार 140.61 करोड़ रूपये राज्य हित में यथाशीघ्र राज्य सरकार को उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

        मुख्यमंत्री ने पत्र में माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित कोल ब्लॉक से निकाले गये और निकाले जाने वाले कोयले की एडिशनल रॉयल्टी की राशि को राज्य सरकार को देय होना चाहिए संबंधी पारित आदेश का भी उल्लेख किया है। साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार को रॉयल्टी देने के संबंध में कोयला मंत्रालय भारत सरकार को पिछले पांच सालों में भेजे गये पत्रों का भी उल्लेख किया है।  

    मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ से आठ कोल आबंटियों द्वारा 295 रूपये प्रति मीट्रिक टन की दर से एडिशनल लेव्ही की राशि भारत सरकार के कोल मंत्रालय के पास जमा की गई है। इनमें जायसवाल निको लिमिटेड द्वारा 112.35 करोड़ रूपये, जिंदल पावर लिमिटेड द्वारा 1185.20 करोड़ रूपये, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड द्वारा 2082.23 करोड़ रूपये, मोनेट इस्पात लिमिटेड द्वारा 238.09 करोड़ रूपये, प्रकाश इण्डस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा 234.22 करोड़ रूपये, आरएपीएल (सारडा एनर्जी लिमिटेड) 142.63 करोड़ रूपये और राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड द्वारा 145.49 करोड़ रूपये की एडिशनल लेव्ही जमा की गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इन संस्थानों द्वारा जमा की गई राशि को छत्तीसगढ़ सरकार को उपलब्ध कराने की कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close