VIDEO-छत्तीसगढ़ में पन्द्रह हजार शिक्षकों की भर्ती…स्कूलो मे छत्तीसगढ़ी में होगी पढ़ाई,गणतंत्र दिवस परेड में सीएम भूपेश बघेल का एलान

Shri Mi
3 Min Read

जगदलपुर ।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गणतंत्र दिवस पर लाल परेड मैदान में झंडा फहराया ।साथ ही परेड की सलामी ली ।इस मौके पर प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने पिछले 1 साल में प्रदेश सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं और जनकल्याणकारी कार्यक्रमों का ब्यौरा दियाय साथ ही ऐलान किया कि प्रदेश में के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती की जा रही है।उन्होने अगले शिक्षा सत्र से छत्तीसगढ़ के स्कूलो मे छत्तीसगढी और स्थानीय भाषाओ मे बच्चो को पढ़ने की घोषणा भी की।

             
Join Whatsapp Groupयहाँ क्लिक करे

लाल परेड मैदान में पूरी तैयारी के साथ ध्वजारोहण किया गया और सुरक्षाबलों की टुकड़ियों के प्रदर्शन के साथ ही भव्य प्रयोग परेड का आयोजन किया गया ।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परेड की सलामी की ली ।इस मौके पर अपने संबोधन में भूपेश बघेल बोले कि सरकार ने पिछले 1 साल के कार्यकाल के दौरान सभी तबके के लोगों की भलाई के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने अपने भाषण में इसका ब्यौरा दिया ।मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में पन्द्रह हजार शिक्षकों की भर्ती की जा रही है।

जिसमें से 4 हजार शिक्षक आदिवासी क्षेत्रों में होंगे उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महाविद्यालयों के उन्नयन और आदर्श महाविद्यालयों की स्थापना के साथ ही प्राध्यापक ग्रंथपाल आदि की नियुक्ति के संबंध में भी जानकारी दी उन्होंने बस्तर ,सरगुजा और बिलासपुर में स्थानीय बेरोजगारों की नियुक्ति के लिए कनिष्ठ सेवा भर्ती बोर्ड के की स्थापना की जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने की तीन बड़ी घोषणाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर मैं नई पीढ़ी को जागरूक और सशक्त बनाने के संबंध में तीन नई घोषणाएं करता हूं। जब केन्द्र में यूपीए सरकार थी तब ’शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009’ में प्रावधान किया गया था कि बच्चों को यथासंभव उनकी मातृभाषा में पढ़ाया जाये। विडंबना है कि राज्य में अभी तक इस दिशा मंे ठोस पहल नहीं की गई। आगामी शिक्षा सत्र से प्रदेश की प्राथमिक शालाओं में स्थानीय बोली-भाषाओं छत्तीसगढ़ी, गोंडी, हल्बी, भतरी, सरगुजिया, कोरवा, पांडो, कुडुख, कमारी आदि में पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। सभी स्कूली बच्चों को संविधान के प्रावधानों से परिचित कराने के लिए प्रार्थना के समय संविधान की प्रस्तावना का वाचन, उस पर चर्चा जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। छत्तीसगढ़ की महान विभूतियों की जीवनी पर परिचर्चा जैसे आयोजन किए जाएंगे।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close