नाराज बैंकरों ने दिखाई ताकत..पहले मानव श्रृंखला, फिर रैली..इसके बाद वित्त मंत्री के नाम ज्ञापन..कहा..अब अनिश्चित कालीन हड़ताल की बारी

BHASKAR MISHRA
4 Min Read
 
बिलासपुर— जब वित्तमंत्री संसद में देश का बजट पेश कर रही थी…ठीक उसी समय देश के साथ बिलासपुर में भी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के लोगों ने रैली और सभा का आयोजन कर जमकर नारेबाजी की। मानव श्रृंखला बनाकर मांग के समर्थन में कर्मचारियों ने आवाज बुलंद किया। प्रदर्शन के बाद यूएफबीयू के बैनर तले सभी आंदोलनकारी वित्त मंत्री के नाम प्रशासन को मांग पत्र भी दिया। साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल का भी एलान किया।
 
                       यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस बिलासपुर के संयोजक ललित अग्रवाल ने बताया कि धैर्य की एक सीमा होती है। धीरे धीरे बैंकरों का धैर्य अब टूटता जा रहा है। भारतीय बैंक संघ यानि आईबीए के अड़ियल रवैये से देश के दस लाख से अधिक बैंक कर्मचारी ना केवल नाराज हैं बल्कि अपनी नाराजगी पिछले दो दिनों से सड़क पर उतर कर किया है। ललित अग्रवाल ने बताया कि बैंक कर्मचारी और अधिकारी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस यानि यूएफबीयू के आव्हान पर लगातार दूसरे दिन भी सड़कों पर उतर कर स्टेट बैंक, मुख्य शाखा के सामने सुबह पुरजोर तरीके से अपनी बातों को रखा है।
 
            यूएफबीयू के बैनर तले स्टेट बैंक मुख्य शाखा के सामने बैंक कर्मचारियों ने सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संगठन के नेताओं ने उपस्थित लोगों संबोधित भी किया। यूएफबीयू संयोजक ललित अग्रवाल, टीयूसी महासचिव राजेश शर्मा, डी के हाटी, राजकुमार शर्मा, राजेश रावत, सूरज रजक, अनुराग बजाज, रूपम रॉय, सोनालिका मिश्रा, सत्येन्द्र सिंह, बल्लू दुबे, शैलेन्द्र गोवर्धन, अशोक ठाकुर, मनोज मिरी,प्रल्हाद अग्रवाल, जितेंद्र शुक्ला, एस के जग्गी, अख्तर हुसैन, अमित चौबे, दीपा टण्डन, दीपक साहू समेत बड़ी संख्या में बैंक अधिकारी और कर्मचारी नेताओं ने अपने भाषण में आईबीए को जमकर आडे हाथ लिया।
      
                        करीब एक हजार से अधिक संख्या में बैंकर्स ने गांधी चौक से डीपी विप्र महाविद्यालय तक मानव श्रृंखला बनाकर मांग के समर्थन में आवाज को बुलंद किया। साथ ही मानव श्रृंखला में आम जनता से भी सहोयोग मांगा। बाद में स्टेट बैंक मुख्य शाखा से शांतिपूर्ण  विशाल मोटरसाइकिल रैली निकाल कर जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में डिप्टी कलेक्टर दीपक पटेल, सिटी मजिस्ट्रेट अवध राम टंडन और कलेक्टर प्रशासन को मांग के समर्थन में वित्तमंत्री को ज्ञापन दिया।
 
                 यूएफबीयू के पदाधिकारियों ने सांसद को भी वित्तमंत्री के नाम बैंकरों का पत्र दिया। साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की बात भी कही।
 
मुद्दों का चाहिए समाधान
 
           यूएफबीयू बिलासपुर संयोजन ललित अग्रवाल ने बताया कि दो दिवसीय हड़ताल सफल रहा। इस दौरान सभी बैंकरों ने यूएफबीयू के बैनर तले सम्मानजनक वेतन वृद्धि, 5 दिवसीय बैंकिंग और अन्य न्यायसंगत मुद्दों के समाधान को लेकर अपनी बातों को रखा है। दरअसल हम अपने अस्तित्व को बनाए रखने के लिए संघर्ष किया। हम सबका सामूहिक संघर्ष एक सशक्त लक्ष्य की ओर अग्रसर है।
 
          वहीं बजट पर प्रतक्रिया में ललित अग्रवाल ने कहा कि प्रस्तावित आयकर में बदलाव मात्र छलावा है। बीमा के डिसइन्वेस्टमेंट का कदम अहितकर साबित होगा।
close