बिलासपुर – रायपुर रोड में नया गणित.. काम अधूरा+जगह-जगह डायवर्सन+ मवेशियों का कब्ज़ा = टोल टैक्स वसूली+ मनमानी+मारपीट

Chief Editor
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बिलासपुर।  न्याय धानी को राजधानी से जोड़ने वाली बिलासपुर – रायपुर सड़क को फोरलेन -सिक्स लेन बनाने का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है । कई जगह बाधाएं हैं और आने -जाने वालों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है । लेकिन पता नहीं किस गणित के हिसाब से भोज़पुरी में टोल प्लाजा की शुरुआत हो गई है । इतना ही नहीं टोल प्लाजा में मारपीट की शिकायतें मिल रही हैं और मामला पुलिस तक भी पहुंच रहा है । टोल प्लाजा के रवैये से लोगों को असुविधा भी हो रही है। सड़क का काम पूरा करने की बज़ाय टोल टैक्स वसूली में जल्दबाज़ी से लोग परेशान हो रहे हैं । लेकिन उस ओर से गुज़रने वाले व्यवस्था के ज़िम्मेदार लोगों की नज़र इस ओर नहीं पड़ रही है।

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जैसा कि मालूम है की बिलासपुर – रायपुर रोड प्रदेश की व्यस्ततम सड़कों में से एक है । जहां दिन भर में हजारों गाड़ियां आती जाती है।  इस रोड को फोरलेन -सिक्सलेन बनाने का काम बरसों से चल रहा है । अब तक सड़क  का काम पूरा नहीं हो सका है।  हालांकि कई बार कोर्ट की भी फटकार लगी है और कई बार इस रोड का काम पूरा करने को लेकर मियाद भी तय की गई है । लेकिन आज की तारीख में सच्चाई यह है कि अब तक सड़क का जितना काम हुआ है, उसे पूरा नहीं कहा जा सकता।  कई जगह डायवर्सन की स्थिति है और कई जगह नई सड़क में दरार या दूसरी वजहों से आना – जाना रोक दिया गया है । पेण्ड्रीडिह बाईपास के नजदीक बने फ्लाईओवर के पास भी पुनर्निर्माण की वज़ह से  वन – वे ट्रेफिक चल रहा है और ख़ामियाज़ा लोग भुगत रहे हैं ।  इसी तरह रास्ते में और भी कई जगह डायवर्सन के बोर्ड लगे हैं।

 जाहिर सी बात है कि इस तरह के अवरोध के चलते लोगों को आने – जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । कई जगह रुकावट की स्थिति भी आती है । खासकर रात के समय इस वजह से हादसे का भी खतरा बना रहता है।  सड़क पर आते -जाते कभी भी देखा जा सकता है कि या तो सड़कों पर मवेशी बैठे होते हैं या मवेशियों का रेला लगा रहता है । कुल मिलाकर एक पॉइंट से दूसरी पॉइंट तक सड़क में यातायात अभी भी सुगम नहीं है।  इसे बिलासपुर रायपुर के बीच सफर करने वाला कोई भी व्यक्ति महसूस कर सकता है।  लेकिन लगता है कि शासन-प्रशासन में बैठे लोग इसे महसूस नहीं कर रहे हैं और मानकर चल रहे हैं कि बिलासपुर रायपुर रोड का काम पूरा हो चुका है । तभी तो अधूरी सड़क में भी टोल प्लाजा चालू कर आने – जाने वालों से टैक्स वसूली शुरू कर दी गई है । कोई भी सामान्य व्यक्ति कम से कम इतना तो जानता है कि किसी भी सड़क में आसान और बिना किसी अवरोध के सफ़र करने की सुविधा के नाम पर ही टोल टैक्स की वसूली की जाती है। लेकिन बिलासपुर – रायपुर रोड में सड़क काम पूरा करने की बज़ाय टोल टैक्स वसूली में जल्दबाज़ी नज़र आ रही है।

व्यवस्था के ज़िम्मेदार लोग भोज़पुरी टोल प्लाज़ा शुरू किए जाने को लेकर कोई भी दलील दे सकते हैं। लेकिन लगता है कि उनकी नज़र गड़बड़ियों की ओर नहीं है। जहां पर अभी से  अनियमितताएं और मनमानी को हर एक आने-जाने वाला भुगत रहा है।   पहले से रुपया जमा कर फास्टैग सिस्टम अपनाने वाले वाहनों के लिए तो व्यवस्था है ही।  बिना फास्टैग  वाली गाड़ियों से बेवजह अधिक वसूली की जा रही है।  इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि टोल प्लाजा में बकायदा बोर्ड लगाया गया है कि सिंगल जर्नी के लिए जीप,वैन,एलएमवी वाहन को 80 रुपए टैक्स लगेगा । साथ ही रिटर्न जर्नी ( 24 घंटे के लिए मान्य ) पर 120 रुपए देना होगा। लेकिन  टोल में मौजूद कर्मचारी रिटर्न ज़र्नी की रशीद नहीं काट रहे हैं। जब उन्हे बोर्ड की औऱ दिखाया जाता है तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता ।

यहां तक कह दिया जाता है कि गल्ती से लिख दिया गया है। जिससे 24 घंटे के अंदर आना – जाना करने वाले लोगों को बेवज़ह 60 रुपए अतिरिक्त देना पड़ रहा है। अंदाज़ा लगया जा सकता है कि बिलासपुर – रायपुर रोड पर रोज़ाना कितनी गाड़ियां गुज़रती हैं और किस हिसाब से वसूली हो रही है। कई लोगों ने बताया कि टोल टैक्स देने में तकलीफ़ नहीं है। लेकिन नियम के मुताबिक जो लिखा गया है, उसका तो पालन होना ही चाहिए।  इस तरह की बातों को लेकर विवाद की स्थिति भी बनने लगी है और मारपीट की खबरें भी आने लगी हैं । हाल ही में एक वाहन चालक के साथ मारपीट और फिर पेट्रोल पंप में तोड़फोड़  को लेकर टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के खिलाफ़ शिकायत पुलिस में भी दर्ज कराई गई है ।

गौरतलब है कि बिलासपुर रायपुर रोड प्रदेश के सबसे व्यस्ततम सड़कों में शामिल है।  इस ओर जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासनिक अफसरों का भी आना जाना रहता है।  हैरत की बात है कि पूरी तरह से सुविधा मिले बिना की जा रही वसूली और उसमें भी अनियमितताओं की शिकायत व्यवस्था के जिम्मेदार लोगों को नजर नहीं आ रही है । जिससे आने वाले दिनों में भी वहां विवाद की स्थिति बन सकती है।  इसे देखते हुए प्रशासन की ओर से तुरत दखलंदाजी कर उचित व्यवस्था बनाने की उम्मीद लोग कर रहे हैं।

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