बिलासपुर— कोयला श्रमिक संघ ने अपनी 9 सूत्रीय मांग को लेकर आज एसईसीएल कार्यालय के सामने धरना प्रर्दशन किया । कर्मचारियो ने कोल प्रबंधन पर मजदूरों के साथ तानाशाही करने का आरोप लगाया है। इस मौके पर एसईसीएल कर्मियों ने वेतन विसंगति और वादा खिलाफी को लेकर एसईसीएल प्रबंधन पर जमकर निशाना साधा।
आज एसईसीएल मजदूर संगठन ने वेतन विसंगति के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंककर प्रबंधन के खिलाफ जंग का एलान किया है। अपने 9 सूत्रीय मांगों को श्रमिकों ने सीटू के बैनर तले एसईसीएल कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। श्रमिकों ने कोल प्रबंधन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए बोनस समेत हाई पावर कमेटी के फैसले के आधार पर वेतन की मांग की है। एसईसीएल कार्यालय के सामने सैकडो की संख्या में एकत्रित सीटू संगठन के नेताओं ने बताया कि प्रबंधन श्रमिकों का शोषण कर रहा है।
श्रमिको ने एसईसीएल प्रबंधन से अनियमिताओ को दूर करने के लिए वेतन दाबी प्रथा को बंद करने की मांग की है। आंदोलन कारियों की माने तो कारखाना अधिनियम 1948 के अनुसार किसी भी मजदूर से आठ घंटे से अधिक काम लिया जा सकता है। बावजूद इसके ठेका श्रमिको को 12-12 घंटे काम लिया जाता है।बोनस भी नही दिया जाता है। उन्होंने सी.एम.पी.एफ की काटी गयी राशि का हिसाब समेत अनेको मांगो को जल्द पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है।
सीटू नेताओं ने बताया कि यदि उनके साथ इसी तरह दोयम स्तर का व्यवहार किया गया तो वे ना केवल उग्र प्रदर्सन करेंगे। बल्कि प्रबंधन को खदान चलाना भी मुश्कित कर देंगे। सीटू नेताओं ने बताया कि यदि उन्हें और मांगों को गंभीरता के साथ नहीं लिया गया तो बिलासपुर शहडोल अनुपपुर कोरबा समेत खदान क्षेत्रों में एक साथ श्रमिको का धरना प्रदर्शन किया जाएगा।