बिलासपुर। अखण्ड धरना के 115वें दिन मल्हार नगर पंचायत के नवनिर्वाचित पार्षद गण और अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष धरने में बैठे।मल्हार के वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि क्षेत्र का पर्यटन व पुरातात्विक विरासत के क्षेत्र में बिलासपुर हवाई अड्डा प्रारंभ होने पर बहुत लाभ होगा। ऐतिहासिक माॅ डिडनेष्वरी की मूर्ति केा देखने के लिए जरूर ही लोग बाहर से मल्हार तक आयेगे।सभा केा संबोधित करते हुये मल्हार नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल कैवत्र्य और उपाध्यक्ष लक्ष्मण कांत ने कहा कि बिलासपुर एयरपोर्ट केवल बिलासपुर का हवाई अडडा नही है।बल्कि इसके खुलने से पूरे क्षेत्र में एक नये सिरे से विकास के मार्ग ख्ुालेगे।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
रोजगार और व्यवसाय, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए बिलासपुर भी एक जरूरी विकल्प के रूप में सामने आयेगा। मल्हार के पार्षद अमित पाण्डेय और गणेश तिवारी ने कहा कि राज्य निर्माण के 20 साल बाद भी आम जनता को हवाई सुविधा के लिए संघर्श करना पड रहा है यह खेदजनक है। हालांकि बिलासपुर का इतिहास है कि हमने हर चीज लडकर हासिल की है, इसलिए इस लडाई मंे भी पूरे जिले और संभाग के लोग शामिल हो रहे है।
मल्हार नगर पंचायत भी आंदोलन के हर कदम में साथ रहेगा। धरने में अन्य पार्शद रामहरि कैवत्र्य, नवीन अग्रवाल, रूपेश अग्रवाल, सुजीत राजभानू, मोहर कैवत्र्य, सीताराम कैवत्र्य और बबलू भारद्वाज भी शामिल रहे।
समिति ने अपनी घोषणा की कि आगामी 2 मार्च को महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बिलासपुर प्रवास के दौरान उन्हें मिलकर बिलासपुर में हवाई सुविधा की बाधांए दूर करने हेतु ज्ञापन सौपा जायगा। के तहत आज एक आवेदन पत्र विधिवत् महामहिम राष्ट्रपति के सचिव को और जिला प्रशासन में प्रोटोकाल अधिकारी को भेजा गया। समिति ने महामहिम राष्ट्रपति से मुलाकात के लिए जनप्रतिनिधियों को भी समय की व्यवस्था कराने का आव्हान किया है।
समिति ने उडान योजना की सब्सिडी का दायरा 600 किमी से बढाने की मांग की
गौरतलब है कि बिलासपुर एयरपोर्ट से महानगरों तक सीधी हवाई सुविधा के लिए चल रहे 113 दिन पुराने जनआंदोलन ने अबतक कई पडाव हासिल किये है जबकि कुछ बाधाएं अभी भी शेष है। जिन बाधाओं को दूर किया जाना है, उनमें केन्द्र सरकार द्वारा उडान योजना में लगायी गयी 600 किलोमीटर की सीमा को हटाना प्रमुख है अन्यथा 600 किलोमीटर से अधिक की यात्रा में इस योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी उपलब्ध नहीं होगी।
इस कारण ही बिलासपुर से कलकत्ता (622 किलोमीटर), हैदराबाद (655 किलोमीटर), दिल्ली (907 किलोमीटर), मुंबई (1050 किलोमीटर) एवं अन्य सभी महानगरों तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सब्सिडी के अभाव में एयरलाईन कंपनियां भी आकर्शित नही हो रही है, इसलिए ही उडान 4.0 स्कीम में बिलासपुर से केवल भोपाल ओैर प्रयागराज के लिए ही हवाई सुविधा मिलने की संभावना है।
आज की सभा में समिति के अशोक भण्डारी ने कहा कि उन्हे इस बात का आभास है कि बिलासपुर की जनता एक भले कार्य के लिए इतने दिनों से धरने पर बैठ रही है और यह मेरा दावा है कि बिलासपुरवासियेां की मेहनत यकीनन रंग लायेगी क्योंकि राज्य सरकार ने इस हेतु रू 27 करोड की राषि देकर पहल कर दी है और अब वह दिन दूर नही जब बिलासपुर की जनता को उसकी बहुप्रतिक्षित मांग हवाई सुविधा प्राप्त हो जायेगी। सभा का संचालन महेश दुबे -टाटा ने किया एवं आभार देवेन्द्र सिंह बाटू ने व्यक्त किया।
आज के आंदोलन में बद्री यादव, संजय पिल्ले, मनोज श्रीवास, हमीद खान, रघुराज सिंह ठाकुर, यतीश गोयल, अभिषेक चौबे, समीर अहमद-बबला, भुवनेश्वर शर्मा, संतोश कुमार साहू, केशव गोरख, पप्पू तिवारी, भुट्टो राज, मनीश शुक्ला, लल्लू निर्मलकर, राजेश चैहान, रशिद बक्श , पवन पाण्डेय, कप्तान खान, कमल सिह एवं सुदीप श्रीवास्तव उपस्थित थे।कल आंदोलन के 116वें दिन उसकी देन कमेटी बिलासपुर के सदस्य धरने पर बैठेगे।