अन्तर्राज्यीय जमीन दलाल गिरोह का पर्दाफाश..अनुबंध के बहाने बनाते थे शिकार..लगाया 43 लाख का फटका..4 आरोपी पकड़ाए और 4 फरार

BHASKAR MISHRA
5 Min Read

बिलासपुर—- सिविल लाइन पुलिस ने अंतर्राज्यीय जमीन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। चार आरोपियों को धर दबोचा गया है। जबकि चार अन्य फरार आरोपियों की तलाश बेसब्री की जा रही है। आज सीएसपी यादव और सिविल लाइन पुलिस ने खुलासा किया कि पकड़े गए ठगों में बिलासपुर ,बेमेतरा जिला समेत उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के आरोपी शामिल है। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है।

             
Join Whatsapp Groupयहाँ क्लिक करे

            थाना प्रभारी परिवेश तिवारी और सीएसपी यादव ने बताया कि जरहाभाठा बिलासपुर निवासी संतु बंजारे पिता खुल्लूराम ने 17 फरवरी को थाना पहुंचकर ठगी का शिकार होने की जानकारी दी। संतू ने बताया कि तीन महीने थाना कर्रा जिला बेमेतरा निवासी महेन्द्र बंजारे पिता अमरदास से मुलाकात हुई। उसने बताया कि उसकी एक अनुबंधित जमीन सहारनपुर उत्तरप्रदेश में है। अगर खरीदने के इच्छुक हो तो बताए। जानकारी के बाद अनबंध करने को तैयार हो गया। लेन देन का समय मांगा।

          संतू ने बताया कि योजना के मुताबिक महेन्द्र बंजारे ने योजना की जानकारी जरहाभाठा निवासी झनेन्द्र बंजारे महिलांग पिता परसराम को दी। इसके बाद झनेद्र् ने उत्तरप्रदेश में अपने परिचित जमीन दलाल नौसान खान और वसीम खान को बिलासपुर बुलवाया। दोनों स्वीफ्ट कार से अपने एक साथी के साथ बिलासपुर पहुंचे। सहारनपुर जमीन की बिक्री पत्र तैयार कर 43 लाख रूपए लिए। इसके अलावा 135 बीघा जमीन को खरीदी बिक्री के लिए अनुबंध पत्र भी तैयार किया। बड़े ग्राहक मिलने पर बिक्री की बात कहकर तीनों उत्तरप्रदेश चले गए।

                       संतू बंजारे ने पुलिस को बताया कि जमीन खरीदी बिक्री में शामिल लोगों से जमीन दिखाने को बोला। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अब जानकारी मिल रही है कि कहीं जमीन है ही नहीं।

           परिवेश तिवारी ने बताया कि मामले को पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल के संज्ञान में लाया गया। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में ठगों की पड़ताल शुरू हुई। मामले की जांच सिविल लाइन थाना उप निरीक्षक मोहन भारद्वाज को दिया गया। इस बीच मोहन भारद्वाज को मुखबिर से जानकारी मिली कि मुख्य आरोपी  झनेन्द्र महिलांग अपने उत्तराखण्ड के एक साथी मोहम्मद आजाद के साथ फर्जी दस्तावेज लेकर शिकार की तलाश कर रहा है। जरहाभाठा स्थित अपने किराए के मकान में रूका हुआ है। सूचना के बाद पुलिस टीम झनेन्द्र महिलांग के शैलेन्द्र अपार्टमेन्ट ओमनगर निवास पहुंची। घर में महेन्द्र बंजारे,गोरलाल बंजारे मौजूद मिले। सभी को पकड़कर सिविल लाइन थाना लाकर पूछताछ की गयी। साथ ही बरामद दस्तावेजों की जांच पड़ताल की गयी।

                     पूछताछ के दौरान जानाकरी मिली कि झनेन्द्र महिलांग ने योजना बनाकर संतु बंजारे को 43 लाख रूपयों का चूना लगाया। योजना में गोरेलाल, महेन्द्र बंजारे, उत्तरप्रदेश निवासी नौशान खान, उत्तराखण्ड निवासी वसीम खान के अलावा छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों से कई ठग शामिल हैं।

             परिवेश तिवारी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से बैंक खाता,अनुबंध पत्र,कोरा अनुबंध पत्र,एटीएम कार्ड,मोबाइल, बी-01,खसरा,सहारनपुर और उत्तराखण्ड स्थित जमीनों का नक्शा बरामद किया गया है। जांच पड़ताल के दौरान जानकारी मिली कि झनेद्र्र महिलांग उत्तरप्रदेश निवासी मोहम्मद आजाद  के साथ मिलकर तैयार फर्जी अनुबंध पत्र कोनी थाना मस्तूरी निवासी गोपेश्वर साहू के नाम से मिला है। आरोपी ने बताया कि गोपेश्वर साहू के नाम से अनुबंध पत्र बनाकर अनुबंध राशि लेने आए थे। लेकिन गोपेश्वर साहू जिसे लावर में गुरूदेव के नाम से जानते है का पता नहीं चला। जबकि उसके आधार कार्ड और फोटो का इस्तेमाल कर अनुबंध पत्र तैयार किया है। परिवेश ने बताया कि बहरहाल मामले में अभी जांच जारी है।

               परिवेश तिवारी ने जानकारी दी कि गिरफ्तार आरोपी झनेन्द्र महिलांग पिता परसराम महिलांग जरहभाठा ओमनगर में रहता है। मोहम्मद आजा पिता मकसूद आजादज उम्र 45 साल भनेढ़ा हरिद्वार का रहने वाला है। महेन्द्र बंजारे पिता अमरदास उम्र 47 साल गर्रा गांव जिला बेमेतरा का निवासी है। गोलेलाल जांगड़े पिता सोनसाय उम्र 50 साल निवासी मुढीपार बिल्हा में रहता है। 

              इसके अलावा फरार आरोपी नौशाद खान निवासी गोधना मुजफ्फरनगर,वसीम खान पिता इरशाद खआन उम्र 40 साल टांडा हरिद्वार, सखाराम डोंडे निवासी बघली जिला बेमेतरा और इकबाल ऊर्फ बाला निवासी मंगलोर रूढ़की जिला हरिद्वार की तलाश हो रही है।

                      

close