बिलासपुर—- गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने कलेक्टर कार्यालय पहंचकर दीक्षांत समारोह से छात्र परिषद के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया है। छात्रों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को दिए पत्र में बताया कि पहले तो कुलपति ने छात्र परिषद को दीक्षांत समारोह से दूर रखने की कोशिश की । बाद में कार्यक्रम स्थल में बुलाकर अपमानित किया गया।
केन्द्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम पत्र देकर दीक्षांत समारोह के दौरान छात्र परिषद के साथ किए गए सौतेला व्यवहार को लेकर नाराजगी जाहिर की है। छात्रों ने बताया कि 2 मार्च को विश्वविद्यालय का आठवां दीक्षांत समारोह का आय़ोजन किया गया। जिसमें सभी छात्र परिषद के पदाधिकारियों समेत छात्र-छात्राओं को आमंत्रित किया गया। कुलपति ने कार्यक्रम के एक दिन पहले प्रेस नोट जारी कर बताया कि कार्यक्रम में छात्र परिषद को आमंत्रित किया गया है। बैठन के लिए अलग से 45 कुर्सियों की व्यवस्था की गयी है।
छात्रों ने बताया..दुख की बात है कि निर्धारित स्थान पर छात्र परिषद के लिए कुर्सी की व्यवस्था नहीं थी। जानकारी मिली कि वहां कुलपति के निर्देश पर अन्य लोगों को बैठाया गया है। जिसके कारण पदाधिकारियों को खड़े रहना पड़ा। इसके अलावा प्रबंधन ने बताया गया था कि कार्यक्रम के लिए रजत जंयति सभागार में प्रोजेक्टर लगाया जाएगा। लेकिन किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं थी। मन मसोकर 500 ले अघिक छात्रों को घंटों बैठे रहे। इससे जाहिर होता है कि कुलपति और प्रबंधन ने जानबूझकर सौतेला व्यवहार किया है।
छा्त्रा ने बताया कि समझ से परे है कि हर बार छात्र परिषद और छात्र छात्राओं के प्रति कुलपति की तरफ से सौतेला व्यवहार क्यों किया जाता है। हमारा निवेदन है कि इसकी वजह कुलपति बताएं। कुलपति को निर्देश दिया जाए कि आखिर कुलपति ने इस तरह का अन्याय क्यों की है।