रायपुर।विधानसभा में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश कर रहे हैं. सीएम भूपेश ने शिक्षाकर्मियों द्वारा लंबे समय से की जा रही मांग को पूरा करते हुए बड़ी सौगात दी है. प्रदेश में शेष बचे 16 हजार शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया जाएगा. 1 जुलाई 2020 में 2 साल पूरा करने वाले शिक्षाकर्मियों का संविलियन होगा. सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप न्यूज ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
राज्य के 1 लाख 31 हजार शिक्षाकर्मियों को संविलियन हो चुका है। शेष 16 हजार शिक्षाकर्मियों में से 2 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों का 1 जुलाई 2020 से संविलियन किया जायेगा। महान संत गुरू घासीदास की जन्मस्थली ग्राम गिरौदपुरी में गुरूकुल विद्यालय की स्थापना की जायेगी।दूरस्थ आदिवासी अंचल के ग्राम तोंगपाल, जिला सुकमा एवं कुआकोंडा, जिला दंतेवाड़ा में छात्रावास की सुविधा सहित नवीन महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा। सुुकमा, कोण्डागांव, नारायणपुर, बीजापुर एवं तखतपुर में कन्या महाविद्यालय खोला जायेगा।
महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ आगमन की स्मृति में ग्राम कंडेल, जिला धमतरी में महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा।स्थानीय उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित मानव संसाधन की पूर्ति हेतु औद्योगिक क्षेत्र सिरगिट्टी, नगरनार एवं तिल्दा में नवीन आई.टी.आई. खोले जाएंगे।दंतेवाड़ा में मल्टी स्किल सेंटर की स्थापना के लिए 3.85 करोड़ का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री पाॅलीटेक्निक गुणवत्ता विकास योजना के तहत 9 पाॅलीटेक्निक काॅलेज के उन्नयन हेतु 5 करोड़ का प्रावधान है।राज्य के 3 इंजीनियरिंग काॅलेज एवं 5 पाॅलीटेक्निक काॅलेजों में नव विकसित तकनीकों के अध्ययन एवं शोध हेतु इंटरनेट आॅफ थिंग्स एवं रोबोटिक्स की प्रयोगशालाएं स्थापित की जायेगी।
केंद्र सरकार ने कहा कि किसानों को बोनस नहीं दे सकते। लेकिन हम किसानों को धान का मूल्य 2500 रुपए देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 3, 2020
समर्थन मूल्य से अंतर की राशि 'राजीव गांधी किसान न्याय योजना' के अंतर्गत देंगे।
किसानों का हित सर्वोपरि है।#HamarCGBudget2020 pic.twitter.com/BTKOUurc6N