रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)।आध्यात्मिक परिपेक्ष्य में देखा जाये तो वर्तमान समय सृष्टि का अन्यन्त महत्वपूर्ण हैं,जबकि समग्र विश्व में व्यापक परिवर्तन की संभावनाये सर्वत्र अपेक्षित हैं। ऐसे में सृष्टि के सृजनहार, विश्वपरिवर्तक,परमपिता परमात्मा शिव स्वयं अपनी शक्ति नारी में संचारित कर नवयुग स्थापन का दायित्व नारी षक्ति को देते हैं। अपनी खोई हुई षक्ति को पुनः जागृत करके, परिमार्जित करके एवं संगठित करके एक बेहद शक्तिशाली संगठन के द्वारा विश्व परिवर्तन एवं नवविश्व सृजन का कार्य उनके हाथों में सौपते हैं।
इसी उद्देष्य को लेकर अग्रसर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीवरीय विश्व विद्यालय महिला सशक्तिकरण की प्रत्य़क्ष मिसाल कायम किया हैं। विश्व में 140 देषों में अपने लगभग 4000 सेवाकेन्द्रो का नेतृत्व एवं संचालन नारी षक्ति कर रही हैं। महिलाओं द्वारा संचालित यह सबसे बड़ी और अनूठा संस्था हैं। जो कि महिला सशक्तिकरण का सर्वोत्तम उदाहरण हैं।
इसी परिपेक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर खुशनुमा – परिवारिक जीवन जीने की कला विषय पर महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन रविवार 8 मार्च 2020 को संध्या 3 बजे से 5 बजे तक मिनी टाउन राधे श्याम जायसवाल भवन में आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें दिव्य गीत- संगीत,प्रेरक उद्बोधन होगा ब्रह्माकुमारी रूपा बहन ने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बताया जाएगा कि एक महिला जो परिवार का मूल आधार मानी जाती है।
आज के चुनौती भरे दौर मे परिवार को संतुष्ट कैसे रखे एवं बच्चों को संस्कारवान कैसे बनाए आन्तरिक शक्ति के विकास द्वारा अपनी शक्तियों को जगाकर सशक्त कैसे बने? एक सशक्त महिला को मानसिक,शैक्षणिक एवं भावनात्मक रूप से सशक्त होना आवश्यक हैं।जिससे वो अपने और परिवार को खुशहाल बना सके इसमें विषेष कामेन्ट्री द्वारा योग की अनुभूति भी कराई जायेगी।