मध्यप्रदेश के सियासी घटनाक्रम पर अमित जोगी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।प्रेस नोट जारी कर अमित जोगी ने कहा कि 17 दिसम्बर 2018 को तात्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष ने छत्तीसगढ़ के जनादेश को समझते हुए ‘सामूहिक नेतृत्व’ की बात कही थी। 15 महीनों में इस सामूहिक नेतृत्व का गला घोटने में कोई कसर नहीं छूटी है। एक को छोड़ बाक़ियों की क्या दुर्गति हुई है, किसी से छिपी नहीं है। इसका दुखद परिणाम प्रदेश की जनता रोज़ भुगत रही है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए
मध्य प्रदेश की ग़लतियों से छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को सीख लेनी चाहिए। बहुमत कितना भी विशाल क्यों न हो, उसे लोकतंत्र अहंकार और तानाशाही में बदलने का अधिकार नहीं देता है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया बनने में देरी नहीं लगेगी।
17.12.18 को तात्कालिक @INCIndia अध्यक्ष ने #छत्तीसगढ़ के जनादेश को समझते हुए सामूहिक नेतृत्व की बात कही थी।15 महीनों में इस सामूहिक नेतृत्व का गला घोटने में कोई कसर नहीं छूटी है।एक को छोड़ बाक़ियों की क्या दुर्गति हुई है,किसी से छिपी नहीं है।इसका परिणाम #CG जनता रोज़ भुगत रही है। pic.twitter.com/X2dtr5TJUz
— Amit Ajit Jogi (@amitjogi) March 10, 2020