नए जिले में भी खोला जाए मूल्यांकन केन्द्र..शिक्षक नेता ने कहा.सीएम और बोर्ड अध्यक्ष से करेंगे मांग..बताएंगे कारण

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- पेन्ड्रा गौरेला मरवाही नवगठित जिले में मूल्यांकन केंद्र नही बनाए जाने से व्याख्याताओं में नाराजगी है। शिक्षक नेता अमित नामदेव ने नवगठित जिले में मूल्यांकन केंद्र प्रारम्भ करने की मांग की है। अमिल नामदेव ने बताया कि मूल्यांकन खोले जाने को लेकर एक प्रतिनिधिमण्डल जिम्मेदार अधिकारियों और मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा।
 
           छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से  आयोजित हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी की परीक्षाएं अंतिम दौर में है। बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए भी तैयारियां पूरी कर ली है। पूर्व की तरह इस बार भी अविभाज्य बिलासपुर जिले में दो  दो मूल्यांकन केंद्र बनाए गये हैं। दोनो ही मूल्यांकन केन्द्र बिलासपुर शहर में शासकीय बहुउद्देश्यीय उच्यतर माध्यमिक विद्यालय और  रानी लक्ष्मी बाई शासकीय कन्या उच्यतर माध्यमिक विद्यालय को बनाया गया है। यहां 26 मार्च से  मूल्यांकन कार्य प्रारंभ होगा। 
 
                बिलासपुर शहर के इन दोनों मूल्यांकन केंद्रों पर नवगठित जिले गौरेला -पेंड्रा -मरवाही  में कार्यरत व्याख्याताओं की भी मूल्यांकन के लिए ड्यूटी लगाई गयी है। जानकारी हो कि शासन ने जिला मुख्यालय बिलासपुर से दूरी अधिक होने के कारण बिलासपुर जिले के तीन विकास खंडों को एक कर पेन्ड्रा मरवाही, गौरेला जिले का निर्माण किया है। लेकिन नवगठित जिले में मूल्यांकन केंद्र नही होने  से व्याख्याताओं ने नाराजगी जाहिर की है। 
 
                 छत्तीसगढ़ नवीन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार नामदेव ने बताया कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला बिलासपुर जिले से करीब 140 किलोमीटर दूर है। दूरी अधिक होने से दूरस्थ अंचल के व्याख्याताओं को मूल्यांकन कार्य मे अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। प्रतिदिन लगभग 140 किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर बिलासपुर मूल्यांकन केंद्र आना होगा। महिला व्याख्याताओं को लम्बी दूरी तय करने में सबसे ज्यादा परेशानी होगी। अप्रैल मई की भयंकर गर्मी में भी नवगठित जिले के व्याख्याताओ को अधिक दूरी तय करना होगा। जाहिर सी बात है कि कि मूल्यांकन कार्य भी प्रभाव पड़ेगा।
 
          शिक्षक नेता अमित ने बताया कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल से इस विषय में पूर्व में भी अनुरोध किया गया था। चूंकि अब  जिला का गठन भी हो चुका है। नवगठित जिले में ही मूल्यांकन केन्द्र बनाना ज्यादा उचित होगा।
 
                             अमित कुमार नामदेव ने बताया कि पूर्व में अविभाजित बिलासपुर जिले में पेंड्रा स्थित शासकीय बहुउद्देश्यीय उच्यतर माध्यमिक विद्यालय में माध्यमिक शिक्षा मंडल का मूल्यांकन केंद्र संचालित था। जहाँ क्षेत्र के समस्त व्याख्याता मूल्यांकन कार्य संपादित करते थे। लेकिन बिना किसी वजह से पेंड्रा का मूल्यांकन केंद्र बंद कर दिया गया । नवगठित जिले में इस वर्ष से मूल्यांकन केंद्र गठित किया जाए । जिससे नवगठित जिले के व्याख्याता गर्मी में प्रतिदिन बिलासपुर आने जाने की समस्या से बच सकेंगे। अमित नामदेव ने बताया की मामले को लेकर संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत की अगुवाई में जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष के अलावा मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा। समस्याओं से अवगत कराएगा।  नवीन जिले में मूल्यांकन केंद्र प्रारम्भ करने अनुरोध भी करेगा।
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