बिलासपुर…वीरगांव में भाजपा की जीत होगी। कांग्रेस को आराम करना चाहिए। पिछले दस साल से वीरगांव की जनता के साथ अन्याय हुआ है। इस बार भी पुराने ही परिवार के सदस्य को टिकट दिया गया है। जनता ने मन बना लिया है कि इस बार वीरगांव में कांग्रेस को सबक सीखना है। यह बातें सीजी वाल से चर्चा करते हुए प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कही है।
धरमलाल कौशिक ने सीजी वाल से चर्चा करते हुए कहा कि वीरगांव की जनता कांग्रेस से तंग आ चुकी है। उन्होंने कांटे की टक्कर से इंकार करते हुए कहा कि वीरगांव में इस बार भाजपा की जीत होगी। स्थानीय सरकार भी भाजपा बनाएगी। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव का यहां कोई असर नहीं होने वाला है। कांग्रेस के अंतर्कलह का जरूर भाजपा को फायदा मिलेगा।
धरम लाल ने कहा कि वीरगांव की जनता सरकार के साथ चलना चाहती है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में लोगों में जमकर उत्साह देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भ्रम है कि यहां विहार चुनाव का असर पड़ेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। असर पड़ेगा लेकिन कांग्रेस की गुटबाजी का। जिसका फायदा भी भाजपा प्रत्याशियों को मिलते हुए दिखाई दे रहा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज से धान खरीदी शुरू हो गयी है। ज्यादा से ज्यादा किसान अपनी फसल को बेचने मंडी पहुंचेगे। चारो तरफ अच्छा वातावरण है। अकाल की सूरत में प्रदेश सरकार गरीब और किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि राहत का कार्य तेजी से शुरू होने वाला है। किसानों पर पुराने ऋण या वसूली को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं हैं। उन्हें पलायन करने की भी जरूरत नहीं है। उनकी सरकार उनके घर तक ना केवल पहुंचेगी बल्कि उनके कष्टों को भी सुनेगी।
धरम लाल ने कहा कि किसान न्याय यात्रा के बहाने कांग्रेस पार्टी अपन अंतर्कलह खत्म करने की कोशिश कर रही है। मुझे तो जानकारी नहीं है कि आखिर यह न्याय यात्रा है क्या। यदि ऐसा हो रहा है तो इसके बहाने कम से कम कांग्रेस में गुटबाजी तो कम होगी। रही बात किसानों को न्याय दिलाने की डॉ.रमन सिंह बेहतर काम कर रहे हैं। प्रदेश का कोई किसान भूखा नहीं मरेगा। भाजपा सरकार का दावा है। इसी दावे को सुनकर कांग्रेस चिंतित है। हो सकता है कांग्रेस को अपने कुनबे के विखरने का जर सताने लगा हो..इसके कारण किसानों के बहाने न्याय यात्रा कर रहे हों। उन्होंने कहा कि यदि किसानों के साथ कांग्रेस सरकार ने पहले ही न्याय किया होता तो उन्हें 12 साल से सत्ता से दूर नहीं रहना पड़ता।