बिलासपुर—25 अक्टूबर को सरकंडा के जगन्नाथपुरम् में मिली सर कटी लाश की गुत्थी सुलझ गयी है। सरकंडा पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पति की प्रताड़ना से परेशान आरोपी पत्नी ने अपनी मां और एक अन्य युवक के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हथियारों को भी जब्त कर लिया है।
सरकंडा जगन्नाथपुरम् में एक अज्ञात लाश बोरे मे बंद पाई गई थी। जिसका सिर,एक हाथ और दोनों पैर गायब थे। घटना की जांच के दौरान पुलिस को शक हुआ कि हत्या को अंजाम देने वाला व्यक्ति योगेश तिवारी राजकिशोरनगर में किराये से रह रहा है। लाश उसके घर के कुछ दूर ही मिली थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर योगेश की पतासाजी शुरू की। उसके मकान में दबिश देकर उसकी पत्नी संगीता तिवारी से पूछताछ के दौरान बताया कि योगेश नवरात्रि के दिनों में झगड़ा कर कहीं चला गया है।
पुलिस ने शक के आधार पर योगेश की तलाश शुरू की तो पता चला की रतनपुर के गढ़वट में भी उसका घर है। पुलिस ने वहां भी जाकर पूछताछ की। बावजूद इसके योगेश का कुछ पता नहीं चला। इसी दौरान रतनपुर के गढ़वट में एक दिन पहले एक कटा सिर पुलिसको मिला। पुलिस को यकीन हो गया कि अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझ रही है । जांच के दौरान पुलिस ने कोटा थाना से उसके संबंध में जानकारी ली। चार्जशीट खंगाला तो उसके सीने में गणेश का टेटू होने की बात का खुलासा हुआ। पुलिस जिसे आरोपी समझकर तलाश कर रही थी वही मृतक के रूप में सामने था ।
पुलिस ने योगेश की पत्नी संगीता तिवारी से कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गई। उसने हत्या का जो कारण बताया उसे सुनकर पुलिस के पैरो तले जमीन खिसक गई। हत्या का कारण था पति की प्रताड़ना और मृतक का सास के साथ कई बार बलपूर्वक शारिरीक संबंध बनाना0। इसके कारण संगीता योगेश से काफी परेशान थी ।
संगीता ने बताया कि वह योगेश और उसका प्रेम विवाह हुआ था। उसके जेल जाने के बाद वह अपनी मां के साथ देवरीखुर्द मे रहकर पेट पालने के लिए देह व्यापार करने लगी थी। इसी दौरान उसकी पहचान अनिल यादव से हो गतई जिसके साथ मिलकर उसने योगेश के शरीर को काट कर ठिकाने लगाया। 23 अक्टूबर को संगीता और योगेश का झगड़ा हुआ था। उसके बाद वह संगीता से सौ रुपये लेकर चला गया । कुछ देर बाद योगेश अपने एक दोस्त के साथ नशे में धुत वापस आया और संगीता को अपने दोस्त के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव डालने लगा । संगीता ने बेटी के बीमार होने की बात कहते हुए ऐसा करने से मना किया और पहले बेटी का उपचार करने की बात कहने लगी । तीनों फिर गाडी से इलाज के लिए सिम्स गए ।
सिम्स से आने के बाद पति-पत्नी में फिर से झगड़ा होने लगा और योगेश ने संगीता को चाकू और पत्थर से मारने का प्रयास किया । उस वक्त संगीता की मां लक्ष्मी ने योगेश के सिर पर पत्थर से वार कर बेहोश कर दिया। फिर दोनों ने मिल कर योगेश की वायर से गला दबाकर हत्या कर दी । लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने पूर्व परिचित अनिल यादव को बुलाकर उसके सिर और हाथ पैर काट दिये और सिर को योगेश के ननिहाल गढ़वट में ले जाकर फेंक दिया।
24 तारीख को दोनों ने कटे हाथ पैर को राजकिशोर नगर के पास झाडियों में फेंक दिया । धड़ पेटी में था जिसमें से बदबू आने लगी था । संगीता को कुछ समझ नही आ रहा था कि वह क्या करे। लाश से उठती बदबू से परेशान उसने शव को घर कुछ दूर स्थित झाडियों में फेक दिया । संगीता और लक्ष्मी के इकबालिया बयान के आधार और उनकी निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल आरी, बिंधना और मृतक के अधजले कपड़े जब्त कर कर लिए और बिलासागुड़ी में मामले का खुलासा किया। पुलिस ने पकड़े गये तीनो आरोपियो को न्यायलय मे पेश किया जहां से उन्हें जेल दाखिल करा दिया गया है।
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