बिलासपुर—सेवा सहकारी समिति बोदरी में आज धान खरीदी कार्य का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि आज राज्य मे 70 से 80 लाख मेट्रिक टन धान खरीदी हो रही है। यह किसानों की मेहनत और सरकार के सहयोग का नतीजा है। छत्तीसगढ़ के किसान धान बोने के बाद पैदावार को बेचने की चिन्ता नहीं करते, क्योंकि सरकार उनकी चिन्ता जो कर रही है।
राज्य के साथ-साथ जिले के समितियों में भी आज से धान खरीदी प्रारंभ हो गई है। सेवा सहकारी समिति बोदरी में 559 किसानों का पंजीयन है। समिति में लगभग 25 हजार किलो धान खरीदी का लक्ष्य है। यहां धान खरीदी का शुभांरभ करते हुए धरमलाल कौशिक ने कहा कि गांव-गरीब और किसान के हितों को प्राथमिकता में रखकर सरकार ने कार्य किया है। जो किसानों पहले कर्ज के बोझ से लदे रहते थे, उनके कर्ज की राशि पर ब्याज दर 14 प्रतिशत से घटते-घटते शून्य प्रतिशत तक कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ की सरकार वह पहली सरकार है जो किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध करा रही है। बिजली में भी सब्सीडी दी जा रही है।
पिछले साल धान के शार्टेज से अच्छी समितियों को लाभ नहीं मिला था। इसलिए इस वर्ष प्रयास करना होगा कि सुव्यवस्थित तरीके से धान खरीदी हो। तौलने के बाद समिति में धान पड़ा न रहें। तौल के बाद तुरन्त धान उठाने की व्यवस्था भी हो। उन्होंने समिति के बाउण्ड्रीवाल के लिए प्राकल्लन बनाने का अनुरोध कलेक्टर से किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर अन्बलगन पी. ने कहा कि विकेन्द्रीकृत व्यवस्था धान खरीदी का एक आदर्श मॉडल है। किसानों के धान सुव्यवस्थित तरीके से खरीदे जायेंगे। प्रत्येक एकड़ में 15 क्विंटल धान खरीदा जा रहा है। धान खरीदी में करीब 8 से 10 करोड़ रूपये किसानों को मिलता है। जिले में कई सहकारी समितियां विगत 100 वर्षों से सफलतापूर्वक कार्य कर रही है। जिसका श्रेय किसानों और समिति के सदस्यों को जाता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी ने कहा कि किसानों को समृद्धशाली बनाने के लिए सरकार ने समय-समय पर किसानों के हित में अनेक निर्णय लिये हैं। किसानों को साढ़े सात हजार यूनिट मुफ्त बिजली देने की सीमा को बढ़ाकर 9 हजार यूनिट कर दिया गया है। साथ ही प्रत्येक किसान को 01 क्विंटल बीज देने का निर्णय भी लिया गया है। ताकि किसान की पैदावार बढ़ सके।
इस अवसर पर समिति में धान बेचने वाले किसान रामकुमार कौशिक को 45 हजार 120 रूपये और लक्ष्मी सिंह को 72 हजार 500 रूपये का चेक प्रदान किया गया।