विधायक का एलान..विधानसभा अध्यक्ष से किया निवेदन..1 माह का वेतन मुख्यमंत्री कोरोना राहत कोष में जमा कराएं

BHASKAR MISHRA
बिलासपुर— जानकारी हो कि एक दिन पहले ही कलेक्टर ने एक मार्मिक अपील करते हुए आम जनता के लिए पत्र लिखा। पत्र में कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस पीड़ितों के नाम दवा इलाज और अन्य व्यवस्थाओं के लिए लोग मुक्त हाथ से दान करें। क्योंकि इस समय  इस समय इलाज में राशि की कमी महसूस हो रही है। इधर अपील और एक दिन बाद ही नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने बिना देरी किए कोरोना पीड़ितों के नाम सबसे पहले जनहित में कदम उठाया। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से पत्र के माध्यम से निवेदन किय़ा कि उनका एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष  में जमा किया जाए।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए
 
                 नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने कोरोना पीड़ितों और प्रभावित गरीबों के नाम अपना एक माह का वेतन नहीं लेने का एलान किया है। पाण्डेय ने एक पत्र विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत को लिखा है। उन्होने निवेदन किया है कि उनके एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जाए।
           
               नगर निधायक शैलेष पाण्डेय ने अपने पत्र में लिखा है कि कोरोना की महामारी से देश और दुनिया हिल गयी है। छत्तीसगढ भी इस महामारी से अछूता नहीं है। राज्य बहुत बड़े संकट के दौर से गुजर रहा है। यद्यपि राज्य सरकार और प्रदेशवासियों अपने अपने तरीके से महामारी से मुकालबले कर रहे हैं। सभी लोग कोरोना वायरसे से तन मन और धन से दो दो हाथ कर रहे हैं। चूकी समस्या बहुत बड़ी है। हम सब को मिलकर इससे बाहर आना ही होगा । जाहिर सी बात है कि इसमें आर्थिक पक्ष भी प्रभावित हुआ है। समस्या से निपटले के लिए बहुत सारे धन की जरूरत है।
 
           अपने पत्र में विधायक पाणडेय ने विधानसभा अध्यक्ष को संबोधित कर कहा है कि निवेदन करता हू कि इस भीषण आपदा से बाहर निकलने में एक छोटा सा उनका योगदान हो। इसलिए एक माह का वेतन मुख्यमंत्री कोरोना राहत कोष में जमा करने की कृपा करेंगे।
   
                     पत्र वायरल होने के बाद पत्रकारों से शैलेष पाण्डेय ने बताया कि कोरोना महामारी और लोगों की समस्याओं को देखने के बाद राहत कोष में एक माह का वेतन देने का एलान कुछ   भी नहीं है। जनता जनार्दन से अपील है कि खुले दिन से पीडि़तो और जरूरत मंदों के लिए तन मन धन से कंधे से कंधा मिलाकर चलें। उम्मीद है कि हम इस समस्या से जल्द ही बाहर आएंगे। हमारी सरकार लगातार इस दिशा में पुरजोर तरीके से प्रयासरत है। किसी को किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना नही करना पड़ेगा। बस हमें शासन के निर्देशों का पालन सख्ती से करना होगा।
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