महासमुंद-महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखण्ड में अनुभागीय अधिकारी द्वारा शिक्षको की ड्यूटी निजी पेट्रोल पंप पर लगाए जाने का आदेश जारी किया गया है। इस आधे अधूरे दिशा निर्देश का विरोध छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने किया है।जानकारी देते हुए फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि शिक्षक का मूल कार्य पढ़ाना है। अन्य गैर शिक्षण कार्यो में ज्यादातर शिक्षक निपुण नही है। चूंकि राष्ट्र हित की बात है तो शिक्षक कंधे से कंधा मिला कर चलने के लिए तैयार है । अधिकारीयो द्वारा शिक्षको की ड्यूटी निजी पेट्रोल पम्प पर लगाए जाने से समाज मे उचित संदेश नही जायेगा। इस निर्णय पर पुनः विचार हो और अगर सहायक शिक्षको से कार्य लेना ही है तो राज्य सरकार को शिक्षको का 50 लाख का बीमा कवर करना चाहिए। सीजीवाडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए
मनीष मिश्रा ने बताया कि शासन अगर शिक्षको की ड्यूटी लगा रही है तो ड्यूटी करने वाले समस्त शिक्षको का 50 लाख का बीमा व 1 माह का अतिरिक्त वेतन का भुगतान करे।जो सुविधा स्वास्थ्य कर्मचारियों को दी जा रही है वेसे ही सुविधा ड्यूटी करने वाले समस्त शिक्षको को भी मुहैया कराए जाने की आवश्यकता है।
मनीष ने बताया कि आज पूरी दुनिया मे कोरोना का प्रकोप है ऐसे में घर से बाहर निकल कर अपनी जान जोखिम में डाल कर कार्य करने वाले शिक्षकों का पूरा ध्यान रखा जाए ताकि अगर ड्यूटी में तैनात शिक्षक पर अगर इस कोरोना का प्रभाव हो तो कम से कम उसके परिवार को तो शासन के तरफ से राहत मिल पाए 50 लाख के बीमा ओर 1 माह का अतिरिक्त वेतन के साथ ही शिक्षको की ड्यूटी लगाई जाए।
शासन से मांग करने वालो में सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रमुख रूप से शिवा मिश्रा, सुखनंदन यादव, अजय गुप्ता, सी डी भट्ट,अस्वनी कुर्रे, शरण दास ,बलराम यादव, दिलीप पटेल, कौशल अवस्थी, प्रेमलता शर्मा, रवि लोह सिंह , उमा पांडेय, हुलेश चन्द्राकर, विकास मानिकपुरी, बसन्त कौशिक, छोटे लाल साहू ,आदित्य गौरव साहू , शिव सारथी ,बी पी मेश्राम, चन्द्रप्रकास तिवारी,राजेश प्रधान, बनमोती भोई ,राजकुमार यादव ,जाजल थवाईत सहित समस्त प्रदेश पदाधिकारी शामिल है।