सांसद साव ने सीएस को लिखी चिट्ठी- गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में संसाधनों की भारी कमी,मुंगेली के कार्यकर्ताओं से किया संवाद

BHASKAR MISHRA
4 Min Read
मुंगेली—सांसद अरुण साव ने मंगलवार को भाजपा पदाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस कर कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए जिले में किए जा रहे उपायों की जानकारी ली। कार्यकर्ताओं से जरूरतमंदों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
 
                      सांसद अरूण साव  लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों को भोजन आदि की आवश्यक सुविधाएँ दिलाने सर्वाधिक सक्रिय नजर आ रहे हैं। दिल्ली, मुम्बई, पंजाब, हरियाणा, बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश में फंसे मजदूरों की लगातार सुध लेते हुए सुविधाएँ  मुहैया करा रहे हैं। इसी क्रम में साव ने आज भाजपा आईटी सेल के  जिला संयोजक सुनील पाठक के सहयोग से मुंगेली जिले के सभी पदाधिकारियों से वी़डिय़ो कांफ्रेसिंग से रूबरू हुए।
 
               अरूण साव ने वीडियो कांफ्रेंस कर लोरमी के गुरमीत सलूजा, रवि शर्मा, पथरिया के निश्चल गुप्ता, जनपद उपाध्यक्ष पवन पाण्डेय, मुंगेली के जिला भाजपाध्यक्ष शैलेश पाठक, नगर भाजपा अध्यक्ष राणाप्रताप सिंह, पूर्व जनपद उपाध्यक्ष शिवप्रताप सिंह से चर्चा कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासनिक प्रयासों जानकारी ली। लाॅकडाउन की स्थिति, आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति की स्थिति को लेकर बातचीत की।
 
                बातचीत के दौरान साव ने बताया कि  विभिन्न राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ श्रमिकों के लिए भोजन इत्यादि की जरूरी व्यवस्था को लेकर लगातार प्रयासरत हैं। साव ने मुंगेली प्रेस क्लब के जयकुमार ताम्रकार, योगेश शर्मा, सुशील शुक्ला, प्रशांत शर्मा, आदि से बात कर ताजा स्थिति की जानकारी ली।
 
                आश्वस्त किया कि देश के किसी भी राज्य में फंसे मजदूरों को हर संभव तत्काल मदद पहुचाई जा रही है। संकट के दौर में देश की जनता पूरी एकजुटता के साथ सरकार के साथ खड़ी है। भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही जनसामान्य भी अपने अपने स्थान पर लॉकडाउन में फंसे लोगों की स्वस्फूर्त मदद कर रहे हैं।
             
 गौरेला मरवाही पेन्ड्रा को लेकर मुख्य सचिव को पत्र      
        
                    अरूण साव ने बताया कि गौरेला मरवाही पेन्ड्रा जिला अभी सुविधाओं को लेकर पूरी तरह सक्षम नहीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखा है। पत्र में बताया गया है कि चूंकि मरवाही पेन्ड्रा गौरेला अभी नया जिला है। जाहिर सी बात है कि प्रशासनिक संसाधन और स्वास्थ्य सुविधाएं जिले के अनुरूप बिलकुल भी नहीं है। यहां ना तो 100 बिस्तर का हास्पिटल है। और ना ही जिला अस्पताल ही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो में कोरोना से  लड़ने के लिए आवश्यक उपकरणों की भारी कमी है। नर्सिंग स्टाफ की भी कमी है। कुल मिलाकर नए जिले में कोरोना से लड़ने की पर्याप्त ताकत नहीं है। 
                  
                         वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए गौरेला पेन्ड्रा मरवाही जिला को विशेष क्षेत्र मानते हुए आवश्यक प्रशासनिक संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराया जाना बहुत जरूरी है।             

TAGGED: , ,
close