बिलासपुर।कोटा (राजस्थान ) में अध्ययनरत बिलासपुर जिले के छात्र छात्राओं के समुचित देखभाल और उनके पालकों की आशंकाओं के समाधान के लिए शासन के स्तर पर पहल शुरू हो गई है ।इस सिलसिले में जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी ए के भार्गव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडे ने भी सभी अभिभावकों से निवेदन किया है कि वे बच्चों के कोटा (राजस्थान )में अध्ययन कर रहे बच्चों की जानकारी तत्काल उपलब्ध कराएं ।जैसा कि मालूम है कि लॉक डाउन से अलग-अलग स्तर पर लोग प्रभावित हुए हैं। बड़ी संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए बच्चे कोटा (राजस्थान )अध्ययन करने जाते हैं ।छत्तीसगढ़ से भी ऐसे बच्चों की बड़ी संख्या है ।यूपी सरकार ने ऐसे बच्चों को वापस लाने के लिए पहल की है ।इधर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस मामले को संज्ञान में लेकर अपने स्तर पर पहल शुरू की है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक कीजिए
मुख्यमंत्री की पहल के बाद शासन स्तर पर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं ।इस सिलसिले में जिला कलेक्टर बिलासपुर की ओर से एक आदेश जारी किया गया है ।जिसमें कहा गया है कि बिलासपुर जिले के अनेक छात्र-छात्राएं जो कि कोटा राजस्थान में अध्ययनरत है ।वह लाक डाउन के कारण वहां फंस गए हैं ।उनके समुचित देखभाल और उनके अभिभावकों / पालकों की आशंकाओं के समाधान के लिए जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी ए के भार्गव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उनका मोबाइल नंबर 9091 54698 , 9425219584 और 9724 60670 है ।कोटा ( राजस्थान) में बिलासपुर जिले के अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के पालक नोडल अधिकारी से संपर्क कर अपनी- अपनी समस्या से अवगत करा सकते हैं ।
उधर बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडे ने भी एक अपील जारी की है ।जिनके बच्चे राजस्थान कोटा में अध्ययन कर रहे हैं ,उनके पालकों से उन्होंने निवेदन किया है कि ऐसे बच्चों की जानकारी तत्काल जिला कलेक्टर को तक पहुंचा सकते हैं ।विधायक को भी इसकी जानकारी दे सकते हैं ।ताकि उन सभी बच्चों की लिस्ट को नंबर सहित छत्तीसगढ़ शासन को भेजा जा सके। फिर शासन उन बच्चों को यहां लाने का समुचित प्रयास कर सकें। शासन के निर्णय के अनुसार ही उन बच्चों को बिलासपुर लाया जा सकेगा।