जशपुर नगर । जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड में जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में यूनिसेफ एवं राज्य साक्षरता मिशन के सहयोग से आज से सीख कार्यक्रम की शुरुवात जिला कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर द्वारा कर दी गई है। दुलदुला विकास खण्ड के 109 प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के माध्यम से विद्यालय के विद्यार्थियों के लिये उनके घरों मे ही संचालित किये जाने की शुरुवात की गई है। इसके क्रियान्वयन के लिये विस्तृत दिशा-निर्देश यूनिसेफ़ द्वारा जारी किया गया है।
इस कार्यक्रम की ज़ानकारी देते हुए जिला कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर ने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा विकासखंड के सभी सी,ए, सी, एवं शिक्षकों को दिशा-निर्देश दे दिया गया है। इसी दिशा-निर्देश के अनुसार बच्चों के लिये सीख कार्यकम की मनोरंजक गतिविधियाँ संचालित कराना है। इस अवसर पर कलेक्टर द्वारा सभी पालको को वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि कोरोना संकट के कारण हम सभी कठिन दौर से गुजर रहे है ।इस समय हमारे बच्चे अपने -अपने घरो की सीमा में रहने के लिए विवश है। ऐसे समय मे बच्चो की शिक्षा निरंतर जारी रखने के उद्देश्य को लेकर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा एक शैक्षिक पोर्टल WWW,cgdchool,in बनाया गया है । जिस पर पाठ्य पुस्तक व अन्य शैक्षिक सामग्री उपलब्ध है।
जशपुर जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में यूनिसेफ एवं राज्य साक्षरता मिशन के सहयोग से सीख कार्यक्रम जिले के दुलदुला विकासखंड में शुरुवात किया गया है ।यह एक मजेदार कार्यक्रम है जिसमे प्राथमिक शाला के बच्चो और उनके पालको के बीच संवाद स्थापित करने का प्रयास है ।यह बहुत सरल ,करने में आसान तथा इसमें सीखने की रुचिकर गतिविधियां है। जिसे आसानी से घर पर रहते हुए किया जा सकता है। इसका उद्देश्य बच्चो को मजेदार और रोचक ढंग से सीखने के लिए अवसर उपलब्ध कराना है। सीख कार्यक्रम के तहत प्रत्येक सप्ताह शाला स्तर पर बनाये गए व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शिक्षक पालको को संदेश भेजेंगे ।इसमे भाषा ,विज्ञान एवं खेल से संबंधित सीखने की सरल गतिविधियां होंगी। यह संदेश प्रत्येक सोमवार व शुक्रवार को भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जरूरी सामग्री कॉपी,पेन ,रंगीन पेंसिल आदि बच्चो को घर पर दी जाएगी।इस कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर उन्होने उम्मीद जाहिर की है कि सीख कार्यक्रम की गतिविधियां बच्चो में सीखने की ललक को जीवंत रखेगी। दुलदुला के 109 प्राथमिक विद्यालयों में यह कार्यक्रम प्रारंभ हो रहा है। कई स्कूलों के शिक्षक अपने विद्यालय के बच्चों के पालको से सम्पर्क कर वहाटस अप ग्रुप बना लिये है तथा शेष पालको को भी इस अभियान मे जोडने के लिये विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी और विकास खण्ड स्रोत समन्वयक को निर्देशित किया गया है।
इस कार्यक्रम की मॉनिटोरिंग के लिये यूनिसेफ द्वारा एक सिस्टम विकसित की जा रही है। मॉनिटरिंग सिस्टम में संकुल समय लोगों की अहम भूमिका होगी। जिला शिक्षा अधिकारी एन कुजूर द्वारा दुलदुला विकासखंड के सभी शिक्षकों और विकासखंड स्तरीय शिक्षा से जुड़े हुए अधिकारियों को कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु शुभकामनाएं देते हुए सभी को निर्देशित किया गया है कि इस कार्य में अधिक से अधिक विद्यार्थियों को जुड़ने के लिए कार्य क लिए कार्य करें।