प्रदेश मुस्लिम समाज मुखिया ने कहा.. घर में पढ़ें नमाज..वतन के लिए करें दुआ..सोशल डिस्टेसिंग का भी पालन

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—छत्तीसगढ़ मुस्लिम समाज प्रदेश अध्यक्ष नोमान अकरम ने मुस्लिम भाईयों से निवेदन किया है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर पाक रमजान महीने में पूरी अकीदत के साथ घर पर ही नमाज अता करें। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए रोज़ा खोलते वक्त दस्तरखान में सोशल डिस्टेंस का ख्याल जरूर रखें।छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नोमान अकरम ने कहा कि रमजान-उल- मुबारक के पाक मौके पर मस्जिदों में बा- जमात अदा की जाने वाली नमाज-ए-तरावीह की पाबंदी करें। सभी लोग अपने-अपने घरों में ही सभी नमाज़ पढ़ें। इस दौरान सोशल डिस्टेंस के निर्देशों का भी विशेष ख्याल रखें।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे व पाए देश प्रदेश की विश्वसनीय खबरे
 
                    नोमान अकरम ने अपील करते हुए कहा कि  इस समुचा पूरा विश्व कोरोना के खतरनाक दौर से गुजर रहा है। इससे हमारा मुल्क भी अछूता नहीं है। लॉकडाउन के बीच चार दिन के बाद रमजान मुबारक का पाक महीना शुरू होने जा रहा है।अकरम ने बताया कि शासन का निर्देश है कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी धार्मिक आयोजन या गतिविधि की इजाजत नहीं है। ऐसे में छत्तीसगढ़.मुस्लिम जमात ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए निर्देशों के पालन  का संकल्प लिया है।
 
                सभी लोग पहले की तरह रमजान में भी घर पर रहकर ही नमाज़ पढ़े। छ्त्तीसगढ़ मुस्लिम समाज प्रदेशाध्यक्ष  ने कहा कि मुस्लिम भाई कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी स्वास्थ्य निर्देशों का पालन शिद्दत के साथ करें। रमजान के पाक दिनों में राष्ट्र की खुशहाली और स्वस्थ राष्ट्र के लिये दुआ भी करें।
 
              .उन्होंने ने कहा कि रमजान के दौरान नमाज-ए-तरावीह की पाबंदी करें। इफ्तार के समय अपने घरों में रोजा खोले लेकिन इस दौरान भीड़ ना बढाते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन हर हालत में करें। रोजा खोलते वक्त वतन- कौम के लिए खुशहाली और अमन-चैन की दुआ मांगते हुए अल्लाह से कोरोना वायरस से निजात पाने की भी खुशुशी दुआ करें । साथ ही कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया भी अता करें।
 
                 अकरम ने मुस्लिम भाइयों से यह भी बताया कि तरावीह की नमाज सुन्नत है।  यानी ये नमाज हर दिन होने वाली पांच वक्त की फर्ज नमाज से इसका दर्जा कम है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मस्जिदों में सिर्फ इमाम समेत चार लोग नमाज अदा करेंगे। बाकी सभी लोग घरों में रहकर नमाज पढ़ेंगे।
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