दिव्यांग बच्चे की बातें सुनकर भावुक हुए विधायक..बताया..सबसे बड़ा दान..शैलेष ने कहा..गुजरात में फंसे बच्चों को भी जाएंगे

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- गुजरात में लाकडाउन में फंसे बच्चों को सकुशल बिलासपुर लाने को लेकर आज अभिभावकों ने नगर विधायक शैलेश पाण्डेय से मुलाकात की। अभिभावकों ने विधायक से निवेदन किया कि जिस तरह कोटा से बच्चों को लाया जा रहा है। यदि शासन प्रयास करे तो हमारे भी बच्चे घर आ जाएंगे। सरकार की बड़ी कृपा होगी।
 
                         पिछले एक महीने से देश में लाकडाउन है। जो जहां है उसकी जिन्दगी ठहर सी गयी है। यद्यपि शासन प्रशासन के प्रयास से प्रदेश के बाहर फंसे लोगों को लाया जा रहा है। देर रात कोटा से करीब 415 बच्चे बिलासपुर पहुंच जाएंगे।
    
              शासन के प्रयास को देखते हुए अन्य प्रांतों में फंसे लोगों को उम्मीद जग गयी है कि  यदि सरकार प्रयास करे तो वह लोग अपने प्रदेश और घर आ जाएंगे।इसी उम्मीद के साथ आज कुछ अभिभावक नगर विधायक के घर गुहार लगाने पहुंचे।
    
              नगर विधायक से मिलकर अभिभावकों ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी में उनके बच्चे पढ़ते हैं। विश्वविद्यालय के 6 बच्चोंको गुजरात प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। प्रशिक्षण कार्य एक महीने पहले खत्म हो चुका है। लेकिन लाकड़ाउन के कारण सभी बच्चे गुजरात से बाहर नहीं निकल पा रहे है। अभिभावकों ने कहा कि यदि सरकार प्रयास करे तो उनके बच्चे भी बिलासपुर आ जाएँगे। नगर विधायक ने मामले में जल्द ही उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।
 
शासन को भेजी गयी जानकारी
 
                    नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने बताया कि अभिभावकों की पीड़ा को समझ रहा हूं। उनकी फरियाद को राज्य शासन तक पहुंचा दिया गया है। प्रयास किया जाएगा कि सभी बच्चे सुकशल घर आ जाएं। पूरा विश्वास है कि सरकार अभिभावकों की भावनाओं और पीड़ा को गंभीरता से लेगी। और बच्चे जल्द से जल्द घर आ जाएंगे।
 
दिव्यांग ने दिया बचत राशि को दान
 
                  शहर विधायक और उनके कार्यालय में बैठे लोगों की आंखे उस समय छलछला गयी..जब एक दिव्यांग बच्चे ने गुल्लक में जमा राशि को कोरोना पीड़ितो के नाम दान कर दिया। मस्तूरी क्षेत्र का रहने वाला दिव्यांग बच्चा लक्ष्मी रजक ने विधायक को मुख्यमंत्री राहत कोष  के लिए अपनी जमा पूंजी को दान कर दिया । दिव्यांग बच्चे की दानवीरता को देख शहर विधायक भावुक हो गए। उन्होने कहा जब हमारे बच्चे दिल से इतने समर्पित है तो कोरोना को हारना ही होगा। 
 
          शहर विधायक शैलेश ने बताया कि लक्ष्मी रजक दिव्यांग बच्चा है। वह अपने बचत बैंक यानि गुल्लक को तोड़कर मुख्यमंत्री राहत कोष में 1001 रुपये का दान दिया है। बच्चे ने बताया कि देश बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है। मैं कोरोना पीड़ितों के नाम अपना बचत बैंक मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करना चाहता है। बच्चे के मुंह से यह सब सुनकर विधायक समेत मौके पर मौजूद सभी लोगों की आंखें  छलछला गयी।
 
      विधायक ने बताया कि मैं बच्चे के इस दान को हमेशा याद रखुंगा। आज मुझे पूरा विश्वास हो गया है कि कोरोना को हारना ही होगा। क्योंकि हम इस जंग को मिलकर लड़ रहे हैं। इसलिए हमारी जीत पक्की है। 
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