बिलासपुर—नेत्रदान के लिए लोगों को प्रोत्साहित और जागरूक करने की जरूरत है। सामाजिक मान्यताओं को बदलने की आवश्यकता है। नगरीय प्रशासन, उद्योग एवं वाणिज्यक कर मंत्री अमर अग्रवाल ने आज स्थानीय आई.एम.ए. के सभागार में ’’हैण्ड’’ हेल्थ एण्ड नेचर डेव्हलपमेंट वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित नेत्रदान जागरूकता अभियान कार्यक्रम में उक्त बातें कही।
नगरीय प्रशासन मंत्री अग्रवाल ने कहा कि नेत्रदान-रक्तदान और स्वास्थ्य के लिए जन जागरूकता जरूरी है। नेत्रदान के लिए सामाजिक मान्यताओं और मानसिकता में परिवर्तन की आवश्यकता है। पारसी परम्परा में मृतक देह के संबंध में अग्रवाल ने अवगत कराया।
अग्रवाल ने कहा कि जो काम डॉक्टर और अस्पताल नहीं कर सकते, उसे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होकर किया जा सकता है। उन्होंने ’’हैण्ड’’ संस्था के युवाओं की सराहना की।
कार्यक्रम के अध्यक्ष सासंद लखनलाल साहू ने कहा कि नेत्रदान और अंगदान के क्षेत्र में जनचेतना की जरूरत है। मृतक देह के प्रति लोग अपनी भ्रांतियां दूर करें। मृत्यु उपरांत नेत्रदान से एक व्यक्ति के जीवन को रोशनी दी जा सकती है। एक व्यक्ति मृत्यु के बाद भी किसी के जीवन को रोशन कर सकता है। ’’हैण्ड’’ संस्था के सदस्य श्रीवास्तव ने अंधत्व और नेत्रदान के बारे में आवश्यक जानकारी देते हुए कहा कि बिलासपुर में 70 लोगों को नेत्रदान की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि उनकी संस्था ने पिछले एक साल में 33 नेत्रहिनों को नेत्रदान कर रोशनी दिलायी है। कार्यक्रम में अग्रज नाट्य संस्था एवं अंधमूक बधिर विद्यालय के नेत्रहीन बच्चों ने लघु नाटिका और संगीत से लोगों का मन मोह लिया। इस अवसर पर महापौर किशोर राय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम में ’’हैण्ड’’ संस्था के अभिषेक विधानी, अविनाश आहूजा, अग्रज नाट्य संस्था के सुनील चिपड़े सहित उनके सदस्य तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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