VIDEO-पूर्व मंत्री का धरना प्रदर्शन..कहा-इधर उधर की बात नहीं..बोनस दो,शराब बन्द करो..सत्ता के लिए उठाया है गंगाजल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- पूर्व आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल आज अपने निवास के सामने प्रदेश में पूर्ण शराबबन्दी को लेकर सरकार के खिलाफ धऱना प्रदर्शन पर बैठे। उन्होने कहा कि एक दिन पहले पार्टी ने राज्यपाल को शराबबन्दी को लेकर निवेदन पत्र दिया है। पार्टी के निर्देश पर लगातार धरना प्रदर्शन करेंगे। पत्रकारों को अमर ने कहा कि कांग्रेस सरकार इधर उधर की बात ना करे। जनघोषणा पत्र में शराब बन्दी का वादा किया है। इसके लिए गंगाजल भी उठाया है। वादा पूरा करे और किसानों को पिछले दो साल का बोनस दे।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

              पूर्व आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल आज अपने निवास के सामने साथियों के साथ पूर्ण शराबबन्दी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन पर बैठे। धरने स्थल पर सुरेन्द्र सिंह गुम्बर और प्रवीण दुबे भी मौजूद थे। अमर अग्रवाल ने बताया कि लाकडाउन के दौरान 45 दिनों तक शराब की बिक्री नहीं हुई। इससे जाहिर हो गया कि प्रदेश में शराब बिक्री की जरूरत नहीं है। बावजूद इसके सरकार ने ना केवल शराब दुकान का संचालन कर दिया। बल्कि आनलाइन सेवा भी करना शुरू कर दिया है। मजेदार बात है कि मेडिकल की सेवाएं आज भी आनलाइन नहीं है। 

            अमर ने कहा कि सरकार को डेढ़ साल पूरे हो चुके हैं। सत्ता पाने के पहले कांग्रेस नेताओं ने गंगाजल हाथ में लेकर बोनस देने और प्रदेश शराबबन्दी का वादा किया था। जनघोषणा पत्र में भी शामिल किया गया है। बावजूद इसके अभी तक किसानों को ना तो बोनस मिला है। ना ही पूर्ण शराबबन्दी को लेकर ठोस प्रयास ही किया गया है।

                 अमर ने बताया कि लाक़डाउन के दौरान शराब खोलने को लेकर सरकार ने एक कमेटी का गठन किया था  लेकिन हाईकोर्ट ने कमेटी को खारिज कर दिया। अब दुकान खोलकर शराब की बिक्री शुरू हो गयी है। जबकि कोरोना संकट कायम है। लोगों की जिन्दगी खतरे में है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। कोचिया सक्रिय हो गए है। कुल मिलाकर कोरोना संक्रणण का खतरा बढ़ गया है। ,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। शराब दुकान खुलने से आम जनता में आक्रोश बढ़ गया है।

        एक सवाल के जवाब में अमर ने कहा कि सरकार कहती कुछ और करती कुछ  है। ठीक है उन्हें पांच साल का जनादेश है। लेकिन इन डेढ़ साल में किया कुछ नहीं। विकास के काम रूक गए। खजाना खाली हो गया है। कोरोना काल में शराब दुकान खोल रहे हैं। लोगों की जिन्दगी खतरे में डाला जा रहा है। दो दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि हम शराब दुकान बन्द कर सकते हैं। लेकिन राज्य के पास राजस्व का कोई मजबूत श्रोत नहीं है। इससे जाहिर होता है कि सरकार शराब बन्दी के पक्ष में नहीं है। जबकि जनघोषणा पत्र जारी करते समय कांग्रेस नेताओं ने एलान किया था कि हमने आकलन कर लिया है कि शराबबन्दी के बाद सब कुछ ठीक ठाक हो जाएगा।

               प्रधानमंत्री चाहे तो शराबबन्दी हो सकती है। अमर ने कहा कि कांग्रेस नेता इधर उधर की बात ना करें। वादा किया है तो राज्य में पूर्ण शराबबन्दी करें। जबकि 45 दिनों में साबित हो गया है कि प्रदेश में शराबबन्दी लागू हो सकती है। मौका भी और दस्तूर भी। सरकार पूर्ण शराबबन्दी करे। किसानों को दो साल का बोनस दे।

            अमर ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता अपने घरों के सामने दोपहर 3 से पांच बजे के बीच शराबबन्दी को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे है। धरना प्रदर्शन लगातार होगा।

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