बिलासपुर– फरहदाखार में 13 सितम्बर को मिली अज्ञात लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। बिलासागुड़ी में प्रभारी पुलिस कप्तान जे.आर.ठाकुर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कतलम ने आज खुलासा किया कि अज्ञात शव रेलवे कर्मचारी निर्मल ललपुरे की है। जिसकी हत्या मृतक की पत्नी ममता ललपुरे और छोटा बेटा निशांत ललपुरे ने की है। जांच और प्रमाण के बाद दोनो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या का कारण पति पत्नी के बीच तनाव और नौकरी को बताया जा रहा है।
बिलासपुर पुलिस ने आज बिलासागुड़ी में एक वार्ता के दौरान 13 सितम्बर को फरहदाखार में मिली अधजली लाश की गुत्थी को सुलझा लिया है। अधजली लाश रेलवे कर्मचारी निर्मल ललपुरे की है। तोरवा थाना में उसकी पत्नी और बेटे ने गुमशुदा की रिपोर्ट भी लिखवाई थी। लेकिन पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी ममता ललपुरे और छोटा बेटा निशांत ललपुरे को गिरफ्तार कर लिया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशांत कतलम और प्रभारी पुलिस कप्तान जे.आर.ठाकुर ने बताया कि थाना सिरगिट्टी क्षेत्र स्थित फरहदाखार में मिली लाश को बरामद कर पुलिस ने पंचनामा के बाद पीएम के लिए भेजा। चिकित्सकों ने बताया कि लाश को जलाने के पहले सिर पर चोट किया गया है। मृतक की पहचान पुरूष रूप में की गयी। पूछताछ के दौरान बिलासपुर पुलिस को मालूम हुआ कि रेलवे क्षेत्र से निर्मल ललपुरे की गुमशुदगी तोरवा थाने में दर्ज है।
पुलिस ने गुमशुदगी और अज्ञात लाश की कड़ी को जोड़ते हुए निर्मल ललपुरे के घर की जांच की । पुलिस ने पाया कि गुमशुदा व्यक्ति के घर की दीवार,घड़ी और पंलंग में कुछ खून के धब्बे हैं। पुलिस को ललपुरे के नैनों कार में भी खून धब्बे मिले। जांच के दौरान निर्मल ललपुरे की पत्नी ने बताया कि उनका पति कहां गया उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। यही जवाब निर्मल के छोटे लड़के निशांत का भी था। ममता ने बताया कि घर में खून के जो दाग मिले हैं उनके दामाद के हैं। जिन्हें एक घटना में चोट आई थी। उनका इलाज अस्पताल में किया गया। दामाद खड़गपुर में रहता है। दामाद की जांच करने वाले डाक्टर ने बताया कि मरीज को ऐसी चोट नहीं थी जिससे खून निकला हो।
खून के धब्बों का रासायनिक परीक्षण किया गया । तीनों जगह से मिले खून के दाग बी पाजिटीव समूह के मिले। पुलिस ने दामाद धनराज पनसरिया का भी ब्लड टेस्ट किया। ब्लड ग्रुप ओ ग्रुप पाया गया। पुलिस कप्तान अभिषेक पाठक के निर्देश पर ललपुरे परिवार के सभी सदस्यों का डीएनए टेस्ट हैदराबाद से कराया गया। टेस्ट के अनुसार घर और कार में मिले खून के धब्बे मृतक निर्मल ललपुरे के ही है। परिवार के सभी बच्चों का डीएनए टेस्ट निर्मल से समानता रखते हैं।
टेस्ट रिपोर्ट के बाद साफ हो गया कि गुम इंसान और कोई नहीं बल्कि निर्मल ललपुरे है। जिसकी अधजली लाश फरहदाखार के जंगल में बंद बोरे में मिली थी। पुलिस ने निर्मल की पत्नी ममता ललपुरे और उसके छोटे बेटे को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। इस दौरान निर्मल का बड़ा लड़का नीरज ललपुरे ने भी अपनी मां और छोटे भाई पर पिता की हत्या में शामिल होने का संदेह जाहिर किया था।
इस दौरान पुलिस ने अपनी जानकारी से ललपुरे के गैरेज में काम करने वाले इरजाम अली को कवर्धा से हिरासत में लिया। उसने पूछताछ में बताया कि उसके पास निर्मल ललपुरे की मर्डर लाइव क्लिंपिंग है। पुख्ता सबूत और लगातार दबाव के बाद ममता और निशांत ने पुलिस के सामने घुटने टेकते हुए जुर्म को स्वीकार कर लिया।
पुलिस जानकारी के अनुसार निर्मल और ममता के दो बेटे और दो बेटियां है। दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। बड़े लड़के ने इन्टरकास्ट मैरीज की है। मां की पसंद नहीं होने के कारण वह अलग रहता था। निर्मल रहता तो था अपनी पत्नी के साथ लेकिन खाना-पीना बड़े बेटे के यहां करता था। जानकारी के अनुसार निर्मल की एक और पत्नी है। जिसे लेकर ममता और निर्मल में तनाव था।
पत्रवार्ता के दौरान पुलिस कप्तान ने बताया कि विवाद की मुख्य वजह नौकरी है। निर्मल अपने स्थान पर बड़े बेटे को नौकरी लगाना चाहता था। निशांत और उसकी मां को पसंद नहीं था। एक दिन निर्मल अपने नीरज के घर से खाना लेकर अपने घर में आया। उसी दौरान मां और बेटे ने निर्मल के सिर पर राड से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। बाद में लाश को बोरे में बंद कर नैनों कार से फरहदाखार के जंगल में फेंककर आग लगा दिया। लाश पूरी नहीं जली। उसमें कीड़े पड़ गए। लेकिन मोनू शुक्ला की शिकायत पर पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर जांच प़ड़ताल की। पड़ताल के दौरान लाश निर्मल ललपुरे की निकली।
बहरहाल गिरफ्तार दोनों आरोपियों निशांत और ममता को न्यायलय में जल्द से जल्द भेजने की बात पुलिस कह रही है। पुलिस ने राड और सायकल और नैनों कार को अपने कब्जे में ले लिया है।
मेरा छोटा भाई बहुत अच्छा है। लेकिन मां ने उसे पिताजी के खिलाफ इतना भर दिया कि वह भी मां की तरह हो गया। मेरी मां के परिवार वाले अपराधी प्रवृति के हैं। कटनी में उनका अपराधिक रिकार्ड है। उसी के चलते हमारा परिवार छिन्न भिन्न हो गया। पिता को मेरे भाई और मां ने मिलकर मारा है। मैने पुलिस अधिकारियों के सामने शक को जाहिर भी किया था। आज वह सच साबित हुआ।
नीरज ललपुरे..मृतक का बड़ा बेटा।