नाराज भाजपा नेता ने कहा..रायपुर में करें कोरोना मरीजों का इलाज..जनता में आक्रोष..क्षेत्र को घोषित करें हाटस्पाट

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- जिला अस्पताल को कोविड -19 अस्पताल बनाते समय तो विरोध नहीं हुआ। लेकिन पांच मरीजों के भर्ती होने के बाद आस पास के लोगों ने नाराजगी जाहिर करना शुरू कर दिया है। खासकर भाजपा नेता और वार्ड क्रमांक 34 के पार्षद दुर्गा सोनी ने कहा कि जिला प्रशासन लोगों की भावनाओं को समझे और उचित कदम उठाए। अस्पताल के आस पास के क्षेत्र को हाटस्पाट घोषित कर आने जाने पर  प्रतिबन्ध लगाए।

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                   बताते चलें कि शासन ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल के कुछ हिस्से को कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया है। कोविड -19 अस्पताल घोषणा के समय  लोगों में किसी प्रकार का विऱोध नहीं था। लेकिन एक दिन पहले कोरोना के पांच मरीजों को भर्ती किए जाने के बाद क्षेत्र के लोगों में भयमिश्रित नाराजगी देखने को मिल रही है।
 
                           कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किए गए कोरोना के पांचों मरीज जांजगीर जिला के हैं। मरीजों के भर्ती होने के बाद आसपास के क्षेत्रों के लोगों में गहरी नाराजगी है। स्थानीय लोगों की माने तो अब क्षेत्र में कोरोना फैलने से कोई नहीं रोक सकता है। 
 
                    वार्ड क्रमांक 34 के स्थानीय पार्षद और भाजपा नेता दुर्गा सोनी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में स्थानीय लोग लगातार घर पहुंच रहे है। लोगों में भय का वातावरण है।  शासन की जिम्मेदारी बनती है कि स्थानीय नागरिकों के सवालों का जवाब दे। शहर के बीच में कोविड-19 अस्पताल बनाया जाना उचित नहीं था। बावजूद इसके बनाया गया। यह जानते हुए भी कि कोरोना संक्रमित बीमारी है। थोड़ी सी लापरवाही जनता पर भारी पड़ सकती है। 
 
एम्स में किया जाए इलाज
 
           दुर्गा सोनी ने कहा कि प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल रायपुर स्थित एम्स है। यहां प्रदेश के कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। बेहतर होता कि जांजगीर के सभी पांचों मरीजों को एम्स में भर्ती किया जाता। लेकिन बिना किसी पूर्व सूचना के सभी मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है। जाहिर सी बात है कि जनता में दहशत होगी।
 
क्षेत्र की जनता में दहशत
 
             सोनी ने बताया कि जबसे पांचो मरीज भर्ती हुए हैं..लोगों की रात की नींद गायब हो गयी है। बीच शहर मे कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज उचित नहीं है। दुर्गा सोनी ने बताया कि जिला अस्पताल क्षेत्र बिलासपुर का व्यापारिक केन्द्र के साथ भीड़भाड़ वाला क्षेत्र है। जाहिर सी बात है कि लोगों का हमेशा आना जाना रहेगा। 
 
 हाटस्पाट घोषित किया जाए
            दुर्गा ने कहा कि जिला प्रशासन को यदि कोरोना मरीजों का इलाज यहीं करना है तो सबसे पहले जनता के डर को भगाना होगा। वस्तुस्थिति को स्पष्ट करना होगा। इसके अलावा समूचा पुराना बस स्टैण्ड क्षेत्र से लेकर लिंक रोड अग्रसेन चौक  के साथ तेलीपारा क्षेत्र को हाटस्पाट घोषित करे। ताकि लोगों का यहां से आना जाना बन्द हो। जनता को मुनादी के माध्यम से बताए कि क्षेत्र को हाटस्पाट घोषित किया गया है।
 
स्थानीय प्रशासन से नाराजगी
 
                भाजपा नेता जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्षेत्रों मे बाहर से आये श्रमिकों को यहां वहां घूमते देखा जा रहा है। जबकि यहां अब बस स्टैण्ड भी नहीं है। इस तरह की लापवाही से यदि क्षेत्र में कोरोना पाजीटिव मरीज पाए जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा। जबकि यहां के लोग पिछले तीन महीने से ना तो बाहर गए हैं और ना ही किसी बाहरी व्यक्ति के सम्पर्क में ही आए है। बावजूद इसके क्षेत्र के किसी भी जनता में कोरोना पाजीटिव लक्षण पाए जाते हैं तो इसके लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार होगा।
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