बिलासपुर—-लॉकडाउन की चहुंओर है। आम जनता के साथ थर्ड जेंडर की भी हालत ठीक नहीं है। शनिवार को अलग-अलग जगहों से थर्ड जेनन्डर का एक प्रतिनिधि मंण्डल मेयर से मिलने पहुंची। मेयर रामशरण यादव ने थर्ड जेंडर की पीड़ा और परेशानियों को सुना। साथ ही राशन के अलावा नगद राशि देकर सहयोग भी किया। इस दौरान थर्ड जेंडर के प्रतिनिधि मंडल को महापौर रामशरण यादव ने आर्थिंक मदद का भी आश्वासन दिया।
कोरोना काल में पूरा देश परेशान है। कोई भी कोविड-19 के प्रकोप से अछूता नहीं है। प्रदेश का एक एक व्यक्ति कोरोना से संघर्ष करता नजर आ रहा है। थर्ड जेन्डर भी अछूता नहीं है। यद्यपि छत्तीसगढ़ सरकार ने एक एक व्यक्ति तक राशन पहुंचाने का संकल्प लिया है। बावजूद इसके लोगों का संघर्ष हाल फिलहाल खत्म होता नहीं दिखाई दे रहा है।
निवार को तिफरा से थर्ड जेंडर समूह का एक प्रतिनिधि मण्डल मेयर रामशरण यादव से मिलने बंगला पहुचा। महापौर से मिलकर प्रतिनिधिमण्डल ने अपनी पीड़ा को साझा किया। साथ ही अपनी परिस्थितिय़ों से अवगत भी कराया। थर्ड जेन्डर सदस्यों ने बताया कि लॉक डाउन के कारण ट्रेन बन्द है। इसका असर उनकी जीविका पर पड़ा है। विवाह और अन्य मांगलिक कार्य बन्द होने से उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार हमारे लिए भी जीविकोपार्जन की व्यवस्था करे।
इस मौके पर मेयर ने थर्ड जेन्डर को यथासंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होने तत्काल राशन कीट का वितरण भी किया। साथ ही चार हजार नगद की आर्थिक सहयोग भी दिया। राशन किट में चावल,दाल, नमक,तेल और अन्य सामग्रियों को दिया गया।
पहले भी किया गया था राशन किट का वितरण
बताते चलें कि मेयर रामशरण और प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवस्तव अन्य कांग्रेस नेताओं ने इसके पहले भी चांटीडीह के थर्ड जेन्डरों में 22 राशन किट का वितरण किया था। साथ ही राजकिशोर में रहने वाले थर्ड जेन्डरों में 50 से अधिक किट बांटा था। प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने 15 हजार रुपए का चेक भी दिया था। महापौर रामशरण यादव ने निगम अधिकारियो और खाद्य अधिकारी से तत्काल राशन कार्ड बनाने के निर्देश दिए थे।
बहरहाल मेयर तिफरा स्थित थर्ड जेन्डर समूह के प्रतिनिधिमण्डल को मेयर रामशरण यादव ने कहा कि सभी लोग समाज के अभिन्न अंग है। थर्ड जेन्डर का समाज में होने वाले सभी धार्मिक आयोजन में अहम स्थान है। किसी को कोरोना काल में राशन और जीविका को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। सरकार और संस्थाए उनके साथ है।