दिल्ली। कोरोनावायरस (coronavirus) को काबू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा की थी. लॉकडाउन के दो महीने बाद आज से देशभर में दोबारा घरेलू हवाई सेवाएं शुरू हुई हैं. इस दौरान, फ्लाइट लेने के लिए हवाई अड्डों पर भारी संख्या में लोग पहुंचे. इसमें स्टूडेंट, नौकरी पेशा लोग और प्रवासी शामिल रहे. इस दौरान, लोगों की थर्मल जांच की गई और फ्लाइट के अंदर मौजूद कर्मचारी पीपीई सूट पहने नजर आए. नई दिल्ली से पहली घरेलू उड़ान सुबह 4:45 बजे पुणे के लिए रवाना हुई. दिल्ली हवाई अड्डे पर पहली फ्लाइट सुबह 7:45 पर आनी थी. फ्लाइट चलाने को लेकर विभिन्न राज्यों के साथ नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) की लंबी बातचीत हुई, जिसके बाद घरेलू हवाई सेवाएं शुरू करने पर सहमति बनी है. विमानों से यात्रा करने वालों के लिए क्वारंटाइन के नियमों को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है.सीजीवालडॉटकॉम न्यूज़ के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
राज्यों ने क्वारंटाइन को लेकर अलग-अलग नियम बनाए हैं. नागर विमानन मंत्रालय ने जून में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के भी संकेत दिए हैं. नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार रात ट्वीट में कहा, “यह देश में नागरिक उड़ानों को पुन: शुरू करने के संबंध में विभिन्न राज्यों के साथ गहन बातचीत का दिन रहा. आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल को छोड़कर कल (सोमवार) से पूरे देश में घरेलू उड़ानों की पुन: शुरुआत की जाएगी. आंध्र प्रदेश में उड़ानों की शुरुआत 26 मई से और पश्चिम बंगाल में शुरुआत 28 मई से होगी.”
वहीं, छत्तीसगढ़ ने 14 दिन के संस्थागत क्वारंटाइन पर जोर दिया है. पंजाब, केरल, पश्चिम बंगाल में सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रहना होगा. कर्नाटक और असम ने 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि को होम और संस्थागत क्वारंटाइन में बांटा है.
महाराष्ट्र सरकार ने घरेलू हवाई सेवा शुरू करने को लेकर नागर विमानन मंत्री से वार्ता की थी. महाराष्ट्र सरकार ने अंतिम समय में इस बात की घोषणा की है कि वह मुंबई से 25 उड़ानों का परिचालन करेगी. इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नागर विमानन मंत्री से कहा था कि हमें परिचालन शुरू करने की तैयारी के लिए और समय चाहिए.
सरकार ने यात्रियों को अपने मोबाइल हैंडसेट पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की भी सलाह दी गई है. मंत्रालय ने अन्य नियमों के साथ-साथ पृथक-वास संबंधी अपना प्रोटोकॉल जारी करते हुए सलाह दी है कि प्रत्येक प्रवेश और निकास बिन्दु पर शरीर के तापमान की जांच की जाए, और जिन लोगों में लक्षण नजर नहीं आते हैं उन्हें यह सलाह देते हुए घर जाने दिया जाएगा कि वे 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें.