तखतपुर–( टेकचंद कारड़ा)—चारो तरफ कोरोना का कोहराम है। कोरोना के प्रकोप से आम जन जीवन दहशत में है। ऐसे समय में अभिभावकों को बच्चों की भविष्य की चिंता सताने लगी है। लेकिन तुंहर दुआर पढ़ाई योजना से अभिभावकों में पढ़ाई को लेकर उम्मीद की किरण दिखाई देने लगी है।कोरोना प्रकोप के चलते प्रदेश में स्कूल बन्द है। बच्चे घर में है। इसके चलते अभिभावकों में बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिन्तित होना स्वभाविक है। इस बीच छत्तीसगढ़ राज्य शासन की पढ़ाई तुहर दुआर योजना से अभिभावकों को उम्मीद की किरण दिखाई दी है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करे
तखतपुर ब्लॉक मीडिया प्रभारी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि ऑनलाइन क्लास से छत्तीसगढ़ की सभी विद्यार्थियों में एक उम्मीद की किरण नजर आयी है। बच्चे ऑनलाईन पढ़ाई के जरिये अपने पाठ्यक्रम को घर बैठे पूरा कर रहे हैं। ऑनलाईन पढ़ाई के माध्यम से बच्चे स्वयं से पाठ्यक्रम के प्रति समझ विकसित कर रहे हैं। जहां आवश्यकता होती है वहां शिक्षक ऑनलाइन मदद कर रहे हैं।
जितेन्द्र शुक्ला ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सभी विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई तुंहर दुआर संजीवनी बूटी साबित हो रहा है। तखतपुर में खासकर क्लास संचालन में प्रशिक्षक नितेश सिंगरौल लवकान्त द्विवेदी प्रिया साहू लक्ष्मी साहू रश्मि अग्रवाल सरोज दुबे की महत्वपूर्ण भूमिका है। बच्चों में समझ विकसित करने के उद्देश्य से पिछले दिनों पढाई तुहर दुआर माध्यम से ऑनलाइन हिन्दी विज्ञान और गणित विषयों पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कराया।
प्रतियोगिता में 200 छात्रों ने भाग लिया। पश्नोत्तरी प्रतियोगिता के हिन्दी और गणित विषयों में प्रथम स्थान कुमरी सुनंदा देवांगन बालोद जिला से और विज्ञान में प्रथम छात्रा भूमिका साहू कोंटा बिलासपुर और प्रथम छात्र यश हरित बलौदाबाजार रहे। प्रतिभागियों को नितेश सिंगरौल ने पुरस्कृत किया। विकासखंड तखतपुर में योजना के संचालन में बी ई ओ आर के अंचल समेत एल पी पटेल वर्षा शर्मा दिनेश राजपूत सीमा त्रिपाठी जितेंद्र शुक्ला का अहम योगदान है।