नारायणपुर।कृषि विज्ञान केंद्र, नारायणपुर के कृषि वैज्ञानिकों ने मानसून के सामान्य तिथि में आगमन को मद्देनजर रखते हुए जिले के किसानों को खरीफ सीजन की तैयारी पूरी करने की सलाह दी है। कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि मौसम वैज्ञानिक उत्तम दिवान ने बताया कि भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल में एक जून को दस्तक दे सकता है। क्योंकि मानसून से जुड़ी गतिविधियां अब सामान्य हो गई हैं। इससे पहले विभाग ने 15 मई को जारी अपने पूर्वानुमान में कहा था कि मॉनसून 5 जून को दक्षिणी राज्य में आ सकता है। यह मॉनसून की सामान्य तिथि से 4 दिन बाद की तारीख है।छत्तीसगढ़ के बस्तर में 13-15 जून तक मानसून का आगमन हो सकता है। अतः किसान भाई खरीफ के लिए अपनी तैयारी पूरी कर लें. आगामी 72 घंटो के दौरान जिले में गरज-चमक के साथ हल्की सी मध्यम वर्षा हो सकती है। अतः किसान भाइयों के पास समय बहुत कम है.सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
कृषि विज्ञान केंद्र के शस्य वैज्ञानिक मनीष वर्मा ने बताया कि टिकरा जमीन के लिए कम दिनों में तैयार होने वाले किस्म, गहरी जमीन के लिए लम्बी अवधि वाले किस्म तथा मध्यम जमीन के लिए मध्यम अवधि में तैयार होने वाली किस्मों का चयन किया जाता है। कीट-व्याधियों के प्रतिरोधी एवं सहनशील किस्म बाजार में उपलब्ध हैं, जिन पर उनका असर बहुत कम होता है। इसलिए किसान भाई क्षेत्र में लगने वाले कीट-व्याधियों के प्रतिरोधी या सहनशील किस्मों का चुनाव करें एवं बीजों को फफूंदनाशी से उपचारित करने के बाद ही बुआई हेतु उपयोग करें। केंद्र के मृदा वैज्ञानिक डॉ. दिब्येंदु दास ने बताया कि किसान भाई मृदा स्वास्थ्य के अनुसार खाद-उर्वरकों का प्रयोग करें, अनावश्यक रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग से मृदा उर्वरता बुरी तरह से प्रभावित होती है एवं आर्थिक नुकसान भी होता है।
दक्षिण-पूर्व और उसके आस-पास पूर्वी-मध्य अरब सागर के ऊपर 31 मई से 4 जून के दौरान कम दबाव की स्थिति बन सकती है, जिससे दक्षिण पश्चिम मॉनसून के लिए स्थितियां अनुकूल बनती जा रहीं है। जिससे यह सम्भावना जताई जा रही है कि मानसून सामान्य तिथि याने 1 जून को केरल में दस्तक दे देगा। बहरहाल, बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती स्थिति बनने के कारण मॉनसून की प्रगति में मदद मिलने की संभावना है। 30 मई सुबह 8 बजे की स्थिति के अनुसार मानसून अरब सागर के दक्षिण-पूर्व एवं दक्षिण-पश्चिम मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ा है और अगले 24 घंटे में दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और अंडमान सागर एवं अंडमान निकोबार द्वीप समूह के शेष हिस्सों की ओर बढ़ने की संभावना है।