बिलासपुर— शासन के निर्देश पर प्रदेश में करीब दस हजार प्रवासी परिवार के बीच साढे 23 हजार से अधिक सदस्यों के बीच चावल और चना दाल का वितरण किया जाएगा। राशन एक साथ दो महीने का वितरण किया जाएगा। प्रत्येक परिवार के सदस्यों को पांच किलों महीने के हिसाब से दो महीने का चावल दिया जाएगा। लेकिन एक परिवार में मात्र एक किलो चना दाल महीने के हिसाब से वितरण होगा।
शासन के निर्देश पर प्रदेश के करीब दस हजार प्रवासी मजदूरों के परिवार में दो महीने का राशन एक साथ वितरण किया जाएगा। बिलासपुर में करीब 1989 परिवार के 4485 सदस्यों के बीच राशन वितरण होगा।
बताते चलें कि कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों के अलावा ऐसे लोग जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। शासन ने उन्हें निर्धारित मात्रा में राशन देने का एलान किया है। शासन से चिन्हांकित के बाद प्रदेश के 28 जिलों के प्रवासी मजदूरों में राशन किया जा रहा है। इसी तरह बिलासपुर में भी प्रशासन की तरफ से कोरोना काल में बिना राशन कार्डधारी 1989 परिवारों में राशन वितरण किया जा रहा है।
जिला खाद्य नियंत्रक हिजकिएल मसीह ने बताया कि बिलासपुर जिले में 4485 लोगों के बीच एक महीने के हिसाब से 224.25 क्विंटल चावल और 19.89 क्विंटल चना दाल का वितरण होगा। इतना ही राशन दूसरे महीने का निशुल्क दिया जाएगा।
मसीह ने बताया कि राशन वितरण के दौरान एक परिवार के सभी सदस्यों दो महीने के हिसाब से 10-10 किलो चावल दिया जाएगा। लेकिन चना वितरण महीने के हिसाब से एक परिवार में मात्र एक किलों ही वितरणा होगा । यानि एक परिवार में दो महीेने का दो किलो चावल दिया जाएगा।
जानकारी हो कि सर्वाधिक प्रवासी मजदूर या जिनके पास राशन कार्ड नहीं है..ऐसे लोगों की सर्वाधिक संख्या जांजगीर चांपा और फिर बिलासपुर जिले में है। जांजगीर जिला में बिना राशनकार्ड धारी परिवार की संख्या 1784 है। और सदस्यों की संख्या 4703 है। जबकि बिलासपुर में परिवार की संख्या 1989 और सदस्य 4485 है।