मुंगेली(अतुल श्रीवास्तव)कोरोना के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए मास्क पहनकर घर से निकलना अनिवार्य किया गया है लेकिन मुंगेली सलशहर भर में अधिकांश लोग बिना मास्क के नजर आ रहे।लॉकडाउन 0.4 तक कड़ाई बरतने में पुलिस और प्रशासन ने अपनी ताकत झोंक दी. 1 जून से अनलॉक-1 फेज में सशर्त संस्थानों और कुछ अन्य सेवाओं को छूट दी गई है. इस छूट का अब लोग बेवजह फायदा उठाने में मस्त हैं. लोगों की मानें तो पुलिस-प्रशासन के अफसर भी अब कड़ाई नहीं बरत रहे हैं.नगर प्रशासन भी कार्रवाई करने में अब धीमा पड़ गया है. कोरोना के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए मास्क पहनकर घर से निकलना अनिवार्य किया गया है लेकिन बाजार से लेकर शहर भर में अधिकांश लोग बिना मास्क के नजर आते हैं. शहर के अधिकांश चौक चौराहों पर जुटने वाले लोग बिना मास्क के दिख रहे हैं.सीजीवालडॉटकॉम के व्हात्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
नाश्ता के ठेला, होटल खोलने को लेकर कोई आदेश नहीं है लेकिन इसके बाद भी पार्सल सेवा का सूचना लगाकर दुकानों के बाहर लोगों को बड़ा, समोसा परोसा जा रहा है. पान ठेला को संचालन की अनुमति नहीं है लेकिन मादक पदार्थों के सार्वजनिक स्थल पर रोक के बावजूद लोग गुटखा और पान की पीक इधर-उधर थूकते दिख रहे हैं. सिगरेट और बीड़ी के धुएं भी जहां-तहां उड़ाए जा रहे हैं. इन नियमों के पालन को लेकर अब कड़ाई भी नजर नहीं आ रही है जिसके कारण लोग इस मौके का फायदा उठाये जा रहे है. देश, प्रदेश और शहर खुल चुका हैं, लेकिन संक्रमण के खतरे के बीच लोगों की ऐसी लापरवाही भारी पड़ सकती है.
वही मुंगेली के शराब दुकानो में बिना मास्क बिना सोसल डिस्टेंसिग लोग भारी मात्रा में इक्कठे हो रहे है,शहर में पास जो भी क्वारेटाईन सेंटर बनाये गए है उस मौहल्ले के लोग भी बिना किसी भय के बाहर धूमते फिरते नजर आ रहे है पुलिस प्रशासन भी अब शहरी क्षेत्रों में छूट देती हुई नजर आ रही है प्रदेश में हॉटपॉट बना मुंगेली शहर अब आत्मनिर्भर बना हुआ नजर आ रहा है.