VIDEO-श्रीराम केयर अस्पताल रेपकाण्डःमामला गंभीर..सड़क पर हुई शिनाख्ती परेड,पीड़िता बेहोश,अब 7 दिन बाद होगी कार्रवाई

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— श्रीराम केयर गैंग रेपकाण्ड मामले में आज पीड़िता के साथ संदेहियों की शिनाख्ती परेड हुई। चूंकि मामला बहुत ही गंभीर था…इसलिए शिनाख्ती परेड बहुत ही गोपनीयता के साथ  लिंगियाडीह पंचायत चौक पर सबके सामने हुई। इस दौरान पीड़िता तनाव में दिखी इसलिए शिनाख्ती प्रक्रिया को एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया। अब पीड़िता की तबीयत में सुधार के बाद ही शिनाख्ती की कार्रवाई होगी। बताते चलें कि एक दिन पहले ही शुक्रवार को मजिस्ट्रेट बयान दर्ज कराया कि उसके साथ रेप हुआ है।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप NEWS ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये  

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क्या है मामला

                  जानकारी हो कि शहर से लगे एक गांव की पढ़ी लिखी युवती को 18 मई को श्रीराम केयर में इलाज कराने दाखिल किया गया। धीरे धीरे युवती ठीक होने लगी। लेकिन 22 की सुबह उसने लिखकर बताया कि उसके साथ 21 मई की रात्रि को रेप किया गया है। मामले ने तूल पकड़ लिया। स्वास्थ्य खराब होने के बाद पीड़िता को अपोलो में भर्ती कराया गया। इस दौरान पीड़िता की हालत काफी नाजुक थी। लेकिन धीरे धीरे स्वास्थ्य में सुधार हुआ। एक दिन पहले शुक्रवार को मजिस्ट्रेट ने बयान दर्ज किया। पीड़िता ने बताया कि उसके साथ रेप हुआ है।  

                                      मजिस्ट्रियल बयान के बाद शनिवार की सुबह सिविल लाइन थाना प्रभारी दल बल के साथ श्रीरामकेयर के वार्ड ब्वाय और स्टाफ को लेकर शिनाख्ती कराने अपोलो पहुंचे। मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार तुलसी मंजरी भी पहुंची। लेकिन तीन घंटे तक अपोलों के अन्दर क्या कुछ हुआ किसी को जानकारी ही नहीं लगी। हां सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने जरूर बताया कि अपोलो प्रबंधन ने अस्पताल में शिनाख्ती परेड कराने से मना कर दिया है।

चिलचिलाती धूप में शिनाख्ती परेड

                    अपोलो प्रबंधन से मना किए जाने के बाद मजिस्ट्रेट के साथ पीड़िता को लिंगियाडीह चौक पंचायत के सामने बीच सड़क में पुलिस की गाड़ी में बैठाकर शिनाख्ती परेड कराया गया। गाड़ी का दरवाजा खोलकर अन्दर बैठी पीड़िता को कहा गया कि सामने खड़े लोगों में से आरोपी की पहचान करे। लेकिन अधिक गर्मी होने के कारण लड़की गाड़ी में ही बेहोश हो गयी। 

पिता से लिया गया लिखित बयान     

             अपनी बच्ची को बेहोश होते देख पिता ने मजिस्ट्रेट से कहा कि बेटी की हालत फिर खराब हो रही है। डाक्टर ने बोला भी है कि अभी तनाव देना ठीक नहीं होगा। यदि बयान लेना है तो सड़क में ना लेकर कही सुरक्षित जगह लिया जाए।

                इसके बाद पिता की नाराजगी पर महिला मजिस्ट्रेट ने उससे एक हलफनामा पर दस्तखत लिया। मजिस्ट्रेट ने बताया कि अब एक सप्ताह बाद शिनाख्ती परेड होगी। 

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