बिलासपुर—-छत्तीसगढ़ शिक्षक भर्ती 2019 के चयनित युवा बेरजगारों ने शासन प्रशासन पर भर्ती प्रक्रिया मेें देरी को लेकर नाराजगी जाहिर की है। चयनित शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि भर्ती प्रक्रिया में जानबूझकर देरी की जा रही है। छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड और बीएड संघ के बैनर तले प्रशिक्षित शिक्षकों ने बताया कि एक साल पहले विज्ञपन निकाला गया। एक साल बाद परीक्षा का आयोजन किया गया। पिछले 6 महीने से सत्यापन कार्य की प्रक्रिया कछुआ गति से चल रही है।
छत्तीसगढृ प्रशिक्षित डीएड एवं बीएड संघ के बैनर तले चयनित शिक्षकों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की है। चयनित शिक्षकों ने बताया कि एक साल पहले व्याख्याता,शिक्षक, सहायक शिक्षक, व्यायाम शिक्षक और सहायक शिक्षकों के कुल 14580 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया। परीक्षा बाद परिणाम की घोषणा हुई। अब पिछले 6 माह से कछुआ गति से सत्यापन कार्य किया जा रहा है।
आज तक अंतिम सूची या नियुक्त आदेश जारी नहीं किया गया है। ना ही पात्र अपात्र की घोषणा हुई है। जिसके चलते चयनित युवा बेरोजगर मानसिक रूप से काफी परेशान हैं। ऐसा लग रहा है कि धीमी प्रक्रिया के बहाने हजारो चयनित अभ्यर्थियों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
चयनित शिक्षकों ने बताया कि मामले में संचालक, शिक्षा सचिव से कई बार अवगत कराया जा चुका है। बावजूद इसके भर्ती प्रक्रिया की गति बहुत ही धीमी है। ऐसा लगता है कि सब सोची समझी प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है।
चयनित शक्षकों ने शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि प्रक्रिया का तेजी से पालन करवाने का आदेश जारी करें। ऐसा कर मानसिक रूप से परेशान शिक्षकों को परेशानी से बाहर निकालें। क्योंकि अब सब्र टूटने लगा है।