बिलासपुर—- आदिवासी भाजपा नेता संतकुमार नेताम ने कहा कि अभी कोर्ट का फैसला आना बाकी है। अमित जोगी आदिवासी नहीं है। वह मरवाही से चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। अमित जोगी के प्रति उनकी पूरी सहानभूति है। लेकिन मरवाही उप-चुनाव में आदिवासी ही चुनाव लड़ सकता है।
अजीत जोगी कहते थे कि उनके निधन के बाद ही जाति का मामला खत्म होगा। लेकिन लगता नहीं है कि संतकुमार नेताम मामले को छोड़ने वाले हैं। उन्होने आज कहा कि जोगी परिवार के प्रति उनकी पूरी सहानुभूति है। लेकिन यह सच है कि जोगी आदिवासी नहीं है।
संतकुमार नेताम ने बताया कि डीडी सिंह हाईपावर कमेटी रिपोर्ट पर हाईकोर्ट में सुनवाई हो चुकी है। मामले में फरवरी के पहले सप्ताह में जोगी की तरफ से हाईकोर्ट के जस्टिस आरसीएस सामन्त की कोर्ट में सुनवाई हुई थी। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने चुनौती जाति मामले में तैयार रिपोर्ट को चुनौती दी थी। हाईकोर्ट ने फरवरी के अन्तिम सप्ताह में सुनवाई अन्तिम सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा है। उम्मीद है जल्द ही फैसला सामने आ जाएगा।
नेताम ने कहा कि अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही उप-चुनाव होना निश्चित है। यहां से केवल आदिवासी ही चुनाव लड़ सकता है। वैसे भी कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। इसलिए अमित जोगी चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। बावजूद इसके यदि दावा करते हैं तो आदिवासी समाज के हितों की सुरक्षा के लिए कोर्ट में अपनी बातों को रखेंगे। नेताम ने बताया कि फरवरी में हाई पावर कमेटी रिपोर्ट और अजीत जोगी के जाति मामले में उनकी तरफ से संदीप दुबे और सुदीप श्रीवास्तव ने बातों को रखा था।