हाईकोर्ट अधिवक्ताओं ने दिया सुझाव..सुनवाई का समय निश्चित किया जाए..खत्म हो जाता है डाटा

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—– सोमवार को हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में आने वाली परेशानियों से अवगत कराया। पत्र में अधिवक्ताओं ने कठिनाइयों को दूर करने जरूरी सुझाव दिया।

                         हाईकोर्ट अधिवक्ताओं ने एक पत्र के माध्यम से हाईकोर्ट मुख्य न्यायाधीश को बताया कि आन लाइन कांफ्रेंसिंग के दौरान कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन परेशानियों को दूर किया जाना बहुत जरूरी है।अधिवक्ताओं ने यह भी सुझाव दिया कि इन परेशानियों को थोड़ी सी प्रयास से दुूर भी किया जा सकता है।

              अधिवक्ताओं ने निवेदन किया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बहस के लिए सीमित समय 5 मिनट होना चाहिए। असीमित समय तक बहस सुनने से डेली डाटा खत्म हो जाता है। इसके अलावा  अन्य अधिवक्तागण सुनवाई से वंचित हो जाते हैं। तकनीकी कठिनाई के कारण  प्रथम सुनवाई न हो पाने पर लंच के बाद पास ओवर के केसेस सुनवाई किया जाना चाहिए ।

                      अधिवक्ताओं ने सुझाव दिया कि हार्ड कॉपी की फाइलिंग करने के बाद सॉफ्ट कॉपी पेश न करने की छूट दी जाए। सुझाव पत्र में वरिष्ठ अधिवक्तागण उत्तम पांडेय, बी पी राव, आर. के. केशरवानी, संदीप दुबे, अशोक पाटिल, मनोज जायसवाल, संजीव साहू, नीलकंठ मालवीय, अनिल जैन आदि ने हस्ताक्षर किए हैं।

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