श्रीराम केयर अस्पताल गैंगरेपः आरोपी न्यायालय में पेश..पुलिस कप्तान ने बताया..प्रमाण के आधार पर हुई जांच..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– श्रीराम केयर गैंगरेप मामले में आज शिनाख्ती कार्रवाई के बाद आज दोनों आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद न्यायालय में पेश कर दिया गया है। दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड में जेल भी भेज दिया गया है। इस दौरान श्रीराम केयर के महिला स्टाफ ने पुलिस कप्तान से मिलकर दोनों आरोपियों को साजिश के तहत फंसाने की बात कही है। पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने नर्सों के आवेदन को सीएसपी को फारवर्ड कर दिया है।
 
                         एडिश्नल एसपी ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि सोमवार को श्रीराम केयर गैंग रेप मामले में शिनाख्ती के बाद दोनों आरोपियों को आज गिरफ्तारी करने के बाद न्यायालय में पेश किया गया। आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेज दिया गया है।
 
         बताते चलें कि रेप पीड़िता ने कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के सामने शिनाख्ती के दौरान श्री राम केयर के दो कर्मचारियों की पहचान बलात्कारी के रूप में की। इसमें एक नाम जाहिद खान और दूसरा उत्तरा बंजारे है। दोनों नाम सामने आने के बाद श्रीराम केयर संचालक डॉ.अमित सोनी  और डॉ.निताशा सोनी ने प्रेस वार्ता कर शिनाख्ती के दौरान लड़की पर दबाव डाले जान का आरोप लगाया है।
 
पुलिस कप्तान,कलेक्टर और आई जी को श्रीराम केयर स्टाफ ने दिया आवेदन
                      
         गिरफ्तारी और जेल जाने के कुछ घंटे पहले श्रीराम केयर अस्पताल का महिला स्टाफ कलेक्टर, एसपी और आईजी से मुलाकात कर दोनों संदेहियों को फंसाने का आरोप लगाया। महिला स्टाफ ने अधिकारियों से बताया कि दोनों वार्ड बॉय के नाम सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन सकते में है। इस घटना के बाद ऐसा लग रहा है कि कोई भी झूठा आरोप लगाकर किसी का भी कैरियर बर्बाद कर सकता है।
 
             श्रीराम केयर अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि दोनों वार्ड बॉय पूरी तरह निर्दोष है। उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। नर्सिंग स्टाफ ने दावा किया कि घटना के दिन महिला सहकर्मी वार्ड बॉय की साथ ड्यूटी पर थी। सीसीटीवी फुटेज भी है। अस्पताल ने जांच में सहयोग किया है। बावजूद इसके जो ड्यूटी पर नहीं था उसे भी बलात्कारी बताया जा रहा है। महिला नर्सिंग स्टाफ ने पुलिस कप्तान और आईजी से बताया कि जांच रिपोर्ट में पीड़ित को वर्जिन बताया जा रहा  है । जाहिर सी बात है कि युवती के साथ बलात्कार नहीं हुआ है।
 
निष्पक्ष जांच की मांग
 
         अस्पताल के कर्मचारियों ने मांग करते हुए कहा कि आईएमए की तरफ से अस्पताल निष्पक्ष जांच की मांग करता है। यदि निष्पक्ष जांच हो तो साजिश का पर्दाफाश हो जाएगा।
 
जांच पूरी..आवेदन सीएसपी को फारवर्ड
     
                 मामले में सीजी वाल को पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि हासिल दस्तावेज के आधार पर जांच पूरी हो चुकी है। जांच की कोई संभावना नहीं है। फिर भी अस्पताल के कर्मचारियों ने आवेदन देकर मामले को गंभीरता से लेने का निवेदन किया है। हमने मामले को अभी तक गंभीरता से ही लिया है। आवेदन को सीएसपी को फारवर्ड कर दिया है। दिए गए बिन्दुओं और आरोपों को सूक्ष्म अध्ययन करेंगे। जांच करेंगे। लेकिन अलग से किसी प्रकार की जांच का सवाल ही नहीं उठता है।
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