बिलासपुर—-गौरेला पेन्ड्रा मरवाही जिला कांग्रेस विधि विभाग शहर प्रमुख ने एसडीएम मयंक चतुर्वेदी पर अपमानित करने का आरोप लगाया है। मोहम्मद जमील ने बताया कि एसडीएम के व्यवहार से प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। छवि धूमिल हुई है। मामले को अब पार्टी फोरम के अलावा प्रशासन के आलाधिकारियों के सामने रखेंगे। वरिष्ठों के निर्देश पर एसडीएम के खिलाफ प्रदर्शन भी करेंगे।
जीपीएम विधि विभाग शहर अध्यक्ष मोहम्मद जमील ने बताया कि 26 जून को शाम चार बचे एसडीएम कार्यालय डायवर्सन प्रकरण में मार्किंग कराने गया। एसडीएम चतुर्वेदी से मार्क कराने फाइल को बढ़ाया। फाइल देखते ही चतुर्वेदी ने कहा कि पक्षकार को बुलाओ। इसके बाद ही मार्किंग करेंगे।
एसडीएम को बताने का प्रयास किया कि कोरोना काल को देखते हुए राज्य शासन का स्पष्ट निर्देश है कि पक्षकारों को अनावश्यक नहीं बुलाया जाए। चूंकि प्रकरण आपके ही कोर्ट में है। तिथि निर्धारित करने पर पक्षकार को पेश कर दूंगा।
मोहम्मद जमीन ने बताया कि इतनी बात सुनते ही एसडीएम मयंक चतुर्वेदी ने आपा खो दिया। उन्होने कहा कि जो करना है कर..लो तुम्हारा काम हरगिज नहीं करूंगा। तुम्मारी हैसीयत क्या है। इस बीच एसडीएम को बताया कि वह अधिवक्ता के साथ कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ शहर अध्यक्ष हूं।
इतना सुनते ही मयंक चतुर्वेदी बुरी तरह से भड़क गए। उन्होने कहा कि कांग्रेसी हो..अब तुम्मारा काम हरिगज नहीं करने वाला। उंगली दिखाते हुए ना केवल डांटना फटकारना शुरू कर दिया। बल्कि चैम्बर से बाहर निकलने का फरमान जारी कर दिया। एसडीएम ने कहा जहा शिकायत करना है कर दो। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता । लेकिन ध्यान रखो तुम कांग्रेस पार्टी के हो..इसलिए तुम्हारा काम तो मैं कभी करूंगा ही नही।
मोहम्मद जमील ने बताया कि इस अपमान के बाद मामले की जानकारी सीनियर अधिवक्ताओं के अलावा संगठन के प्रमुख को दी है। चूंकि एसडीएम के इस व्यवहार से मान प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचा है। संगठन और सीनियरों के निर्देश पर उचित कदम उठाया जाएगा।