बिलासपुर— जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक से 5 लाख 60 हजार रूपए की ठगी मामले में किसान ने आज बैंक पहुंचकर नाराजगी जाहिर की है। किसान रामकुमार कौशिक ने बताया कि गलती बैंक की है..बैंक को रूपए देना होगा। लेकिन वैंक वालो की नीयत ठीक नहीं लग रही है..जांच का बहाना बनाकर गोल गोल घुमा रहे हैं।
जानकारी हो कि कोरोना काल में सकरी किसान रामकुमार कौशिक के साथ जिला सहकारी बैंक के खाते से पांच लाख 60 हजाार रूपए की ठगी हुई। किसान को मामले की जानकारी बैंक पहुंचने के बाद हुई। किसान ने भारी भरकम रकम रकम भरकर चेक भुगतान के लिए जमा किया। बैंक प्रबंधन ने बताया कि खाते में रूपए नही हैं। इतना सुनते ही किसान सकते में आ गया। बताया कि उसने रूपए निकाले ही नहीं।
बैंक प्रबंधन ने बताया कि पांच अलग अलग एटीएम बूथ से रूपए निकाले गए हैं। किसान ने नाराजगी जाहिर करते हुए कह कि उसके पार एटीएम कार्ड नहीं है। फिर वह एटीएम बूथ से रूपए कैसे निकाल सकता है। मामले इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने शहर के अलग अलग पांच स्थान में लगे एटीएम बूथ से सीसीटीवी फुटेज को एकत्रित किया है। दावा किया जा रहा है कि जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
वहीं सीजीवाल को जिला सहकारी केन्द्रीय मर्यादित बैंक के सीईओ श्रीकांत चन्द्राकर ने बताया कि सुशील पन्नौरे को जांच अधिकारी बनाया गया है। मामले में विभागीय जांच के बाद रिपोर्ट पेश करेंगे।
मंगलवार को किसान जिला सहकारी बैंक पहुंचा। किसान रामकुमार कौशिक ने बताया कि हमारा रूपया बैंक में जमा था। हमें एटीएम कार्ड दिया ही नहीं गया तो इसमें हमारा क्या दोष। बैंक की जिम्मेदारी बनती है कि वह रूपए लौटाए। गोल मोल जवाब देना बन्द करे।
रामकुमार ने बताया कि किसान मोर्चा संगठन के बैनर तले आंदोलन करेंगे। बैंक की लापरवाही को सबके सामने रखेंगे। बैंक सीईओ गोल मोल जवाब देना बन्द करें। अपनी गलती को दूसरे माथे पर थोपना भी बन्द करें।