बिलासपुर—-कर्मचारी नेता सुनील यादव ने राज्य सरकार के निर्णय के स्वागत किया है। सुनील यादव ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन वित्त विभाग ने 27 मई को आदेश जारी कर कर्मचारियों के वेतन वृद्धि को रोक दिया था। इसके चलते कर्मचारियों में भारी नाराजगी थी।
आदेश के बाद कर्मचारियों ने अपनी बातों को शासन के सामने विभिन्न माध्यमों से रखा। आंदोलन का रास्ता अपनाया । शासन के तुगलकी फरमान की प्रतियों को जलाया गया। इसके चलते सरकार ने दबाव में आकर वेतन वृद्धि 1 जुलाई से दिए जाने का एलान किया है।
सुनील यादव ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सीएम ने ट्विट किया है कि जुलाई से ही वेतन वृद्धि दिया जाएगा। लेकिन बढ़ा हुआ वेतन जनवरी 2021 मे दिया जायेगा। मतलब कर्मचारियों को इसके लिए 6 महीने इंतजार करना होगा। ऐसा उदाहरण पूरे भारत देश मे कही और नहीं मिलेगा।
लिपिक नेता ने बताया कि नियमानुसार कर्मचारियों को दिया जाने वाला वेतन भत्ते का प्रकल्पित बजट तैयार कर विधान सभा मे पारित कर दिया जाता है। पारित बजट विधान सभा मे पास होता है। फिर कर्मचारियों के वेतन से कटौती समझ से परे है। कोरोना संकट मे हम शासन के साथ है। लेकिन सारे प्रयोग कर्मचारियों पर ही होने से दुखी और निरास भी है।
जब सातवे वेतन का एरियर्स नही मिला है। महंगाई भत्ता नही मिला है। गृह भाड़ा भत्ता नही मिला है। चिकित्सा भत्ता नही के बराबर है। अब वेतन वृद्धि छ माह बाद मिलेगा। मतलब भगवान ही मालिक है।
सुनील यादव ने कहा कि आदेश पर प्रदेश के कर्मचारी मंथन करें। जैसी जानकारी मिल रही है उसके अनुसार बीरबल की हांडी पेड़ पर टंगाकर पकाया जा रहा है। आग 6 फिट नीचे जल रही है।