डंगचगहा समाज का साहू ने किया समर्थन

BHASKAR MISHRA
2 Min Read

IMG-20151221-WA0015बिलासपुर–सांसद लखनलाल साहू की अगुवाई में छत्तीसगढ़ नट-डंगचगहा और डंगचहा समाज विकास सेवा समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत से मुलाकात कर प्रदेश के 13 जिलों में निवासरत् डंगचहा और  नट डंगचगहा जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग की है।

                     सांसद लखनलाल साहू प्रतिनिधिमंडल के साथ सामाजिक न्याय मंत्री से मुलाकात कर बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य से जारी अनुसूचित जाति की सूची में सरल क्रमांक 38 पर अंकित नट, कालबेलिया, नवदिगार, सपेरा, कुबुतर के साथ डंगचहा,डंगचगहा और नट डंगचगहा जाति को शामिल करने की मांग बहुत पुरानी है। राज्य शासन भी नृजातीय अध्ययन के बाद  लक्षणों के आधार पर डंगचहा, डंगचगहा और नट डंगचगहा जाति को अनुसूचित जाति  की सूची में सरल क्रमांक 38 पर शामिल करने पहल की है।

                        सांसद साहू ने मंत्री थावरचंद गहलोत से बताया कि डंगचहा, डंगचगहा और नट डंगचगहा जाति के करीब 50 से 60 हजार लोग वर्तमान में छत्तीसगढ़ के मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बलौदाबाजार, राजनांगांव समेत 13 जिलों में रहते हैं। अनुसूचित जाति की सूची में इन जातियों को शामिल नहीं किए जाने से केन्द्र और राज्य से शासन से अनुसूचित जाति को मिलने वाली सुविधाओं और विविध जन कल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ नहीं मिल पाता है।

                साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के लिए जारी अनुसूचित जाति की सूची में सरल क्रमांक 38 पर अंकित नट, कालबेलिया, नवदिगार, सपेरा, कुबुतर के साथ डंगचहा, डंगचगहा व नट डंगचगहा जाति को शामिल किया जाए। इससे एक बहुत बड़ा वर्ग जो लम्बे समय से शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिलने से पिछड़ गए हैं,उन्हें विकास की मुख्यधारा में जुड़ने का मौका मिलेगा। सांसद ने मंत्री से बताया कि इन जातियों को संरक्षण नहीं मिलने से सामाजिक और आर्थिक स्थिति बहुत नाजुक है।  प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश के विभिन्न जिलों से दिल्ली पहुंचे नट डंगचगहा जाति के सदस्य शामिल थे। सभी सदस्यों ने सांसद  साहू को उनकी आवाज को मंत्री तक पहुंचने की बधाई भी दी है।

close