प्रभारी सचिव डॉ प्रियंका शुक्ला की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक,कोरोना वायरस,मलेरिया मुक्त बस्तर व सुपोषण अभियान के कार्यों की ली जानकारी

Chief Editor
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नारायणपुर।जिला प्रभारी सचिव और संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ प्रियंका शुक्ला ने जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण एवं रोकथाम, मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान द्वितीय चरण, कुपोषण एवं एनीमिया कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके बचाव के लिए आवश्यक है कि हम स्वयं जागरूक रहें और अन्य लोगों को भी जागरूक करें। डॉ शुक्ला ने कहा कि लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन, मास्क एवं साबुन या सेनेटाइजर से हाथों को बार-बार साफ रखने को कहे। जिससे इस लाइलाज बीमारी से बचा जा सके। बैठक के दौरान उन्होंने जिले में कोरोना वायरस के एक्टिव मरीजों की संख्या, स्वस्थ्य हुए व्यक्तियों की संख्या की जानकारी, जांच किये गये कुल व्यक्तियों की संख्या, लैब की व्यवस्था तथा क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा।

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बैठक की शुरूआत में प्रभारी सचिव डॉ शुक्ला ने बारी-बारी से उपस्थित अधिकारियांे का परिचय प्राप्त किया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल देव, वनमंडलाधिकारी डी.के.एस. चौहान, एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ए.आर.गोटा, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री रविकांत ध्रुर्वे सहित अभियान से जुड़े अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने कोरोना वायरस की जिले में की गयी तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 27 क्वारंटाइन सेंटर बनाये गये है, जिसमें बैड की संख्या 2650 बेड स्थापित किये है। जिसमें बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों एवं व्यक्तियों का रखा जा रहा है और उनकी जांच की जा रही है। क्वारंटाइन सेंटर में अब तक 1682 व्यक्तियों की कोरोनो टेस्ट किया जा चुका है, जिसमे से 81 व्यक्ति पॉजिटिव निकले हैं। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव पाये गये अधिकांश व्यक्तियों को क्वारंटाइन में रखा गया था।

जिसके कारण इसके फैलने की संभावना कम है। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि जिले में अब तक कुल आरटीपीसीआर से 2036 सैम्पल लिये गये हैं। जिनमें से 32 पॉजिटीव केश मिले हैं। वहीं रैपीड एन्टीजन किट से 176 लोगों की जांच की गयी, जिसमें से 60 लोग पॉजिटीव पाये गये। जिले में कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। जिसमें लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है।  
 प्रभारी सचिव डॉ शुक्ला ने जिले में चलाये जा रहे मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के द्वितीय चरण, कुपोषण एवं एनीमिया से मुक्ति की भी समीक्षा की।

उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत् जिले का कोई भी व्यक्ति मलेरिया जांच से न छूटे इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। इसके साथ ही मलेरिया पॉजिटिव पाये जाने वाले व्यक्ति का तुरंत उपचार किया जाये। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग में एनीमिया और कुपोषण का बड़ा कारण मलेरिया है। मिशन संचालक डॉ शुक्ला ने कहा कि जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के साथ साथ एनीमिया की भी जांच की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिले में स्वास्थ्य का अच्छा काम हो रहा है। इसको और बेहतर बनाने की जरूरत है। डॉ शुक्ला ने अधिकारियों से कहा कि स्वास्थ्य विभाग में रिक्त एवं भरे पदों की जानकारी ली और कहा कि यदि कर्मचारियों की आवश्यकता हो, तो भर्ती की कार्यवाही तत्काल कर पदों की पूर्ति करें।

इसमें यदि कोई दिक्कत आती हो तो अवगत करायें। ताकि उसका निराकरण किया जा सके। जिले में संचालित होने वाले इंग्लिस मीडियम स्कूल संचालन की कार्यवाही के बारे में अधिकारियों से पूछा। इसके साथ ही उन्होंने जिले में किये जा रहे वृहद पौधरोपण, पंचायत भवन, धान खरीदी चबूतरा, गौठान, तेन्दूपत्ता संग्राहकों की पारिश्रमिक भुगतान, प्रवासी श्रमिकों का स्कील मैपिंग, राशन दुकान तथा प्रवासी श्रमिकों को राशन वितरण की जानकारी आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की। कोरोना वायरस,मलेरिया, कुपोषण एवं एनीमिया आदि संबंधी जानकारी का प्रस्तुतिकरण प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया। 

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