पुलिस की सख्ती..हेलमेट संसेक्स में उछाल

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—राज्य परिवहन विभाग रायपुर से हेलमेट का आदेश क्या आया पुलिस का रूतबा शहर में कुछ ज्यादी ही बढ़ गया है। बिना हेलमेट वालों की अब खैर नहीं है। बिलासपुर यातायात और क्षेत्रीय परिवहन विभाग का अमला सड़क पर लोगो को जागरूक करने के साथ ही निर्देशों का पालन नहीं करने वालों का लायसेंस भी जब्त करना शुरू कर दिया है। मजेदार बात यह है कि हमेशा की तरह इस कानून ने हेलमेट व्यवसायियों को माला माल कर दिया है।

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                 हेलमेट अभियान ने बाइकरों को परेशान कर दिया है। पुलिस के खौफ का बाइकरों के सिर चढ़कर बोल रहा है। दूसरी तरफ हेलमेट अनिवार्य होने से सड़को पर हेलमेट का बाजार सजने लगा है। गुणवक्ता में कितनी खरी है। इसकी जांच के लिए पुलिस के पास कोई ठोस मानक नही है। पुलिस इस ओर ध्यान देने की बात तो कह रही है। लेकिन कार्रवाई होते दूर तक नजर नही आ रही है। सड़को पर बिकने वाले हेलमेट लोगो की जान बचा पायेंगी यह कहना जरा मुश्किल है।

                      राज्य परिवहन विभाग रायपुर ने सुप्रीम कोर्ट के गाईड लाइन के अनुसार लोगो की सुरक्षा को देखते हुए विभाग को आदेश दिया है कि यातायात  नियमो का उलंघन करने वालो पर कठोर कार्रवाई हो। साथ ही वाहन चालकों को अनिवार्य रूप से पहनने का निर्देश दे। यातायात के नये नियमो में खतरनाक तरीके से वाहन चलाने, शराब पीकर वाहन चलाने, वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग . गलत तरीके से रेड सिग्नल पार करने वालो का लायसेंस तीन महीने के लिए जब्त किया जाएगा।

                        हेलमेट की अनिवार्यता को देखते हुए सड़को पर हेलमेट की फैशनेबल दुकाने यहां वहां दिखाई देने लगी हैं। इन हेलमेटो पर बकायदा आईएसआई का मार्क है। गौर से देखने पर आईएस और कोलन में फर्क दिखाई देता है। लेकिन दिखाई आईएसआई जैसा ही देता है। दुकानदार इन हेलमेटो को 400-500 रूपये में बेच रहे है। जो कही ना कही प्रशासन की सुरक्षा लापरवाही और लोगो की जान के साथ खिलवाड़ कर अपनी जेब गरम कर रहे हैं। यातायात विभाग आईएसआई से प्रमाणित हेलमेट खरीदने की सलाह तो दे रहा है। लेकिन लोग पुलिस के खौफ से बचने केवल खाना पूर्ती कर रहे हैं। यही कारण है सड़क छाप दुकान से धड़ाधड़ घटिया हेलमेट बिक रहे हैं।

                        पुलिस इन हेलमेटो की जांच नही तो कम से सड़क की दुकानदारी पर लगाम तो लगा ही सकती है। आरटीओ देवेन्द्र केशरवानी ने बताया कि  सुप्रीमकोर्ट की गाईड़ लाइन के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि  लोग सुरक्षा के लिए हेलमेट का उपयोग प्राथमिकता के आधार करें।  हेलमेट आईएसआई मान्यता प्राप्त ही खरीदा जाए। हेलमेट के मानक और गुणवक्ता के विषय में हमारे पास कोई गाईड लाइन नही है। ना ही ऐसे उपकरण हैं जिससे हेलमेट की गुणवक्ता को मापा जा सके।  लोगो को अपनी समझ का इस्तेमाल करना होगा। यातायात नियम लोगों की सुरक्षा की सुरक्षा को लेकर ही बनाए गये हैं।

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