बिलासपुर। कानन पेण्डारी मे आज बलरामपुर वनण्डल से दिनांक 20 दिसम्बर 2015 को बलरामपुर परिसर से रेस्क्यू की गई लगभग 20 से 25 दिनों का नन्हें भालू शावक दो नग लाया गया है। दोनों शावकों का आज डाक्टर पी.के. चन्दन वन्यप्राणी चिकित्साधिकारी कानन पेण्डारी के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर डाईट चार्ट का निर्धारण किया गया। दोनो भालू स्वस्थ हैं एवं दोनों ही मादा हैं। इन्हें अभी शहद दो बार प्रति शावक 10 से 20 ग्राम दिया जा रहा है साथ ही तीन बार बकरी का दूध पिलाई जा रही है।इसके पहले भी एक नर भालू शावक कुसमी रेंज बलरामपुर वनमण्डल से माह जनवरी 2015 मे रेस्क्यू कर कानन लाए थे जो वर्तमान में बड़ा हो गया है एवं पूर्णतः स्वस्थ है।
बलरामपुर से रेस्क्यू किये गये भालू शावकों को जंगल में ही छोड़ने की कोशिश की गई परन्तु शावकों की मां के नहीं आने से एवं शावकों की स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वनमण्डलाधिकारी बलरामपुर श्री बी.पी.सिंह सर के द्वारा भालू शावकों की उचित देखभाल हेतु कानन पेण्डारी भेजने का निर्णय लिया गया। अभी शावक नहीं चल पा रहे हैं इन्हें विशेष देखभाल हेतु टीम तैयार कर डाक्टर चन्दन की देखरेख में डाईट चार्ट तैयार किया गया है। अभी इन नन्हे शावकों को अपने से खाना खाने तक विशेष देखभाल की आवश्यकता है।