अवैध उत्खननः जिला पंचायत सभापति का आरोप..सरपंच और सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग

BHASKAR MISHRA
3 Min Read
बिलासपुर—- जिला पंचायत सभापति मीनू सुमंत यादव ने ग्राम पंचायत भाड़म में जिला और कोटा प्रशासन से सरपंच की शिकायत की है। मीनू सुमन्त यादव ने बताया कि सरपंच मुरूम माफियों से मिलकर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा है। तालाब की बेतरतीब खुदाई को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। भारी वाहनों के आवागमन से तालाब पर बनायी गयी डब्लूबीएम सड़क धंस रही है।जिला पंचायत सभापति मीनू सुमन्त यादव ने भाड़म सरपंच के खिलाफ जिला और कोटा प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। मीनू सुमन्त यादव ने बताया कि भाड़म की जनता में सरपंच के खिलाफ गहरी नाराजगी है।CGWALL NEWS के व्हाट्सएप ग्रुप से जुडने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
 
        प्रशासन से अपनी शिकायत में ग्रामीणों के साथ मीनू ने बताया कि ग्राम पंचायत भाड़म में नहर से लगे तालाब की बेतरतीब खुदाई की जा रही है। सरपंच की अनुमति से मुरूम माफिया तालाब गहरीकरण के नाम पर मुरूम की बिक्री कर रहे हैं। इसके अलावा हजारो ट्रिप मिट्टी का परिवहन हाइवा से किया जा रहा है।  सब कुछ सरपंच की मिलीभगत से हो रहा है। इससे शासन को भारी नुकसान भी हो रहा है।
 
                   तालाब की बेतरतीब खुदाई से जनता में भयंकर आक्रोश है। प्रशासन से मीनू ने बताया कि यह जानते हुए भी कि अभी कुछ साल पहले ही तालाब में रोजगार गारंटी योजना के तहत व्यापक स्तर पर काम हुआ था। तालाब को गहरा और सुन्दर बनाया गया था। बावजूद इसके सरपंच ठेकेदारों से मिली भगत कर तालाब गहरीकरण और नाली निर्माण के नाम पर बिना अनुमति तालाब से मुरूम निकालकर बेचा जा रहा है।
 
                   इस दौरान ग्रामीणों के साथ मीनून ने प्रशासन के सामने सरपंच पर नाली निर्माण में अनिमियता का आरोप लगाया।  जिला पंचायत सभापति ने बताया कि जिस स्थान पर ठेकेदार खुदाई कर रहे हैं कुछ दूर स्कूल है। बेतरतीब खुदाई और गड्ठों में पानी भरने से स्कूली बच्चों की जिन्दगी खतरे में पड़ सकती है। लेकिन सरपंच अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा है। मिट्टी और मुरूम निकालकर लगातार बेच रहा है। कार्रवाई नहीं होने से सरपंच और ठेकेदार अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।
 
              प्रशासन को बताया कि तालाब की मेड़ पर डब्लूबीएम सड़क का निर्माण किया गया है। भारी वाहनों के आने जाने से सड़क धस रही है। इसलिए मामले में जांच हो…यदि ग्रामीणों की शिकायत सही पायी जाती है तो सरपंच और ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
TAGGED: ,
close