बिलासपुर।शहर विधायक शैलेश पांडेय ने आज महिला एवं बाल विकास विभाग संयुक्त संचालक के साथ दो आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान शैलेश पांडेय ने अधिकारियो और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की। साथ ही जरूरी दिशा निर्देश भी दिया। नगर विधायक शैलेश पांडेय आज महिला एवं बाल विकास संयुक्त संचालक के साथ आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण करने जरहाभाठा पहुंचे। इस दौरान विधायक ने संयुक्त संचालक के साथ दो आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया। साथ ही केंद्रों में मौजूद बच्चियों से संवाद किया। इस दौरान विधायक ने शासन की कुपोषण भगाओ समेत अन्य योजनाओ की चर्चा समेत परिणाम को लेकर बातचीत की।
विधायक ने बच्चियों से संवाद के दौरान भोजन और व्यवस्था को लेकर सवाल भी किये। जानने का प्रयास भी किया कि केंद्रों में कब और कि व्यवस्था है। विधायक ने संयुक्त संचालक के अलावा विभाग की अधिकारी ने से जानने का प्रयास किया कि बच्चे और बच्चियों को स्व सहायता समूहों के माध्यम से भोजन में क्या कुछ दिया जाता है। भोजन में पौष्टिक आहार की क्या स्थिति है। इसके अलावा विधायक ने कुछ आसपास के लोगो से भी पूछताछ की।
जरहाभाठा स्थित दो आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान विधायक ने एक केंद्र की व्यवस्था को लेकर पीड़ा जाहिर की। जबकि दूसरे केंद्र की व्यवस्था पर संतोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि शहर में प्रमुख आंगनबाड़ी केंद्र को कुछ इस तरह से विकसित जाएगा जो प्रदेश के लिए नाजिर बने। जिसमे वह सारी सुविधाएं हो जो एक घर मे होनी चाहिए।
निरीक्षण के बाद विधायक ने बताया कि विभाग बेहतर काम कर रहा है। कुछ मूलभूत कमिया है जिसे दूर किया जाना जरूरी हसि। इसके बाद ही आंगनबाड़ी केंद्रों में आमूलचूल विकास परिवर्तन के साथ संभव है। विधायक ने बताया कि अदिकरियो से जानकर मिली है कि बिलासपुर में कुल 200 आंगनबाड़ी केंद्र है। कुछ केंद्र सरकारी तो कुछ किराए के भवन में संचालित हो रहे है। हमने सारी फाइलों को बुलाया है। हमने निश्चत किया है कि बिलासपुर में कमोबेश सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन सरकारी भावन से हो। विधायक ने कहा कि माम्शले में उचित जगह बात को रखेंगे। हमे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय मे कोई भी आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किराए के भवन से संचालित नही होगा। इसके अलावा हम मिलकर बिलासपुर के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को व्यवस्था और कामकाज को लेकर प्रदेश में नया मिसाल पेश करेंगे। इसके पहले हम 2 या 1 आंगनबाड़ी केंद्र का चयन कर उसका विकास कुछ इस तरह करेंगे कि अन्य जिलों के लिए डेस्टिनेशन बने।
विधायक ने बताया कि आज विभागीय अधिकारी सुरेश सिंह से चर्चा की है कि यदि कही अतिरिक्त आंगनबाड़ी केंद्र खोले की जरूरत है तो उसे लेकर प्रस्ताव दे सकते है।बताते चले कि निरीक्षण के दौरान विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश सिंह शासन के ज़िला अधिकारी पर्यवेक्षक नेहा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका विशेष रूप से मौजूद थी। साथ ही वार्ड पार्षद भी उपस्थित थे।